पुलिस पहरे में डीएपी का वितरण, खाद की कमी से जूझ रहे जिले, मच रही अफरा-तफरी

10/18/2021 6:51:16 PM

रेवाड़ी/महेंद्रगढ़ (योगेंद्र सिंह): खाद के लिए अन्य जगहों के समान रेवाड़ी व महेंद्रगढ़ जिले में भी मारामारी मची हुई है। खाद के लिए लोग आपस में लड़-झगड़ रहे हैं और यही कारण हैं कि अब पुलिस पहरे में डीएपी का वितरण कार्य शुरू किया गया है। खाद की कमी को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा के पदाधिकारियों ने अनाज मंडी के बाहर प्रदर्शन करते हुए सरकार पर तीखे प्रहार किए और इसके लिए सरकार को ही दोषी बताया।

रेवाड़ी की नई अनाज मंडी के कृभको व इफको डीएपी केंद्र पर खाद वितरण के समय हो रहे विवाद के चलते डेढ़ दर्जन से अधिक पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। खाद की कमी से रेवाड़ी व महेंद्रगढ़ दोनों जिले जूझ रहे हैं और खाद के लिए लोग परेशान हैं। विवाद विकराल रूप अख्तियार ना कर ले इसी के चलते वितरण के समय पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। विवाद के कारण डायल 112 पर भी लगातार फोन आ रहे हैं और इस मामले को लेकर पुलिस किसी भी प्रकार की कोताही बरतने के मूड में नहीं है। डीएपी का रैक पहुंचने के बावजूद खाद की कमी पूरी नहीं हो पाई।



दूसरी ओर खाद कमी के चलते आज संयुक्त किसान मोर्चा ने नई अनाज मंडी स्थित केंद्र के बाहर प्रदर्शन किया। साथ ही जमकर नारेबाजी की और चेतावनी दी कि यदि 22 अक्टूबर तक खाद की कमी को पूरा नहीं किया गया तो अगले दिन से बड़ा आंदोलन किया जाएगा। प्रदेश में इस समय रबी की फसलों की बिजाई का काम चल रहा है लेकिन खाद की कमी से पूरा प्रदेश ही जूझ रहा है। बावजूद सबसे अधिक स्थिति रेवाड़ी व महेंद्रगढ़ जिले में ही है। सर्वविदित है कि इन दोनों जिले में ही सर्वाधिक सरसों की फसल होती है। पिछले एक पखवाड़े से खाद की कमी बनी हुई है और रोज लगातार विवाद हो रहे हैं।

रात्रि में ही महिलाएं लग रहीं कतार में
हालात यह है कि खाद के लिए पुरुष ही नहीं बल्कि महिलाएं भी लंबी-लंबी कतार में नजर आ रही हैं। देर रात्रि व अलसुबह लंबी-लंबी कतार में बड़़ी संख्या में महिलाएं खड़ी नजर आ रही हैं। यहां पर आए दिन विवाद भी हो रहा है वहीं अंजानी घटनाओं का भय भी लोगों को सता रहा है। सडक़ पर अंधेरे में कतार में खड़े लोगों को दुर्घटना का भी भय सता रहा है बावजूद खाद की मजबूरी व आवश्यकता के चलते वह जान की परवाह भी नहीं कर रहे हैं। 

10 हजार मेट्रिक टन खाद की जरूरत
अकेले रेवाड़ी जिले में रबी फसल की बिजाई के लिए करीब 10 हजार मेट्रिक टन खाद की आवश्यता होती है। बावजूद अभी पचास फीसदी खाद भी नहीं मिल पा रही है। हालांकि प्रशासन ने खाद की मांग को देखते हुए चंबल फर्टिलाइजर कंपनी से कोटा बढ़ावाकर एक हजार एमटी डीएपी का रैक मंगवाया था। बावजूद डिमांड पूरी नहीं होने से जिले में किसान परेशान हैं।
 

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Content Writer

Shivam