ऑपरेशन अभ्यास : एयर रेड का अलार्म, पांच स्थानों पर शुरू हुआ राहत बचाव कार्य
punjabkesari.in Wednesday, May 07, 2025 - 09:54 PM (IST)

गुड़गांव, (ब्यूरो): आपातकालीन स्थिति विशेषकर एयर रेड के दौरान नागरिकों की सुरक्षा और उनकी तैयारियों को परखने के लिए ऑपरेशन अभ्यास के तहत बुधवार की दोपहर बाद गुरुग्राम जिला में सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल का आयोजन हुआ। एंबियंस मॉल, सेक्टर 4/7 स्थित राजकीय विद्यालय, सेक्टर 15 स्थित सालवान स्कूल, हीरो मोटोकॉर्प कंपनी व गढ़ी बाजिदपुर में निर्धारित समयावधि में मॉक ड्रिल हुई।
गुरुग्राम की ताजा खबरों के लिए लिंक https://www.facebook.com/KesariGurugram पर टच करें।
जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के चेयरमैन एवं डीसी अजय कुमार के नेतृत्व में जिला में योजनाबद्ध तरीके से नागरिक सुरक्षा अभ्यास किया गया जिसमें आपदा की स्थिति में हुई जान माल की रक्षा के लिए पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की गई।सीपी विकास अरोड़ा के मार्गदर्शन में डीसीपी मुख्यालय अर्पित जैन सहित पुलिस विभाग के अधिकारियों ने अपनी टीम सहित सिविल डिफेंस मॉकड्रिल को सफलतापूर्वक आयोजित करवाया।
सिविल डिफेंस व रेडक्रॉस तथा फायर बिग्रेड कर्मियों ने राहत बचाव में झोंकी ताकत
डीसी एवं कंट्रोलर सिविल डिफेंस अजय कुमार ने बताया कि गृह मंत्रालय भारत सरकार द्वारा आयोजित राष्ट्रव्यापी नागरिक सुरक्षा अभ्यास के तहत गुरुग्राम जिला में नागरिक सुरक्षा तंत्र और आपातकालीन प्रतिक्रिया का परीक्षण और सुदृढ़ीकरण करने के उद्देश्य से मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। मॉक ड्रिल में सांय 4 बजे सायरन के साथ सभी चिह्नित स्थानों पर अभ्यास शुरू हुआ और जिन निर्धारित प्रभावित स्थानों पर लोग मौजूद थे वे तुरंत प्रभाव से सुरक्षित स्थानों पर पहुंच गए। जहां कहीं भी आपदा की स्थिति के दौरान लोग ऊपरी तलों पर फंस गए थे उन्हें सुरक्षित तरीके से सिविल डिफेंस व रेडक्रॉस तथा फायर बिग्रेड कर्मियों व आपदा मित्रों द्वारा नीचे उतारा गया और इलाज के लिए निकटवर्ती अस्पताल में पहुंचाया गया।
शाम 4 बजे हवाई हमले की चेतावनी वाला बजा सायरन
डीसी ने बताया कि शाम 4 बजे हवाई हमले की चेतावनी वाला सायरन बजाकर सरकारी विभागों और स्वयंसेवकों सहित सभी हितधारकों को शामिल करते हुए महत्वपूर्ण और रणनीतिक स्थानों पर मॉक ड्रिल ऑपरेशन शुरू किया गया। उन्होंने बताया कि इस मॉक ड्रिल के माध्यम से लोगों को जागरूक किया गया कि ऐसी स्थिति आने पर आश्रय के रूप में एक सुरक्षित आंतरिक कमरे या तहखाने की पहचान करें। फॅमिली ड्रिल्स का अभ्यास करें, लाइट बंद करें, 1-2 मिनट के भीतर सुरक्षित क्षेत्र में इक्कठे हों। इस पूरी स्थिति की मॉनिटरिंग के लिए कंट्रोल रूम सचिवालय में बनाया गया था। जहां से ताऊ देवीलाल स्टेडियम में बनाए गए स्टेजिंग एरिया को सूचना दी गयी थी। सूचना मिलते ही संबंधित टीम लीडर्स अपने साथ पुलिस, फायर, सिविल डिफेंस, एनसीसी, रेडक्रॉस के वॉलंटियर्स तथा आपदा के समय इस्तेमाल में लाए जाने वाले महत्वपूर्ण संसाधनों के साथ प्रभावित स्थान के लिए रवाना हुए। मॉक ड्रिल के दौरान उक्त कंट्रोल रूम में आई सूचना के आधार पर पूरा अभ्यास किया गया। मॉक ड्रिल में जिला प्रशासन के साथ-साथ पुलिस, स्वास्थ्य, फायर ब्रिगेड, सिविल डिफेंस, रेडक्रास, एसडीआरएफ आदि विभागों की टीम ने अपनी भूमिका का बखूबी निर्वहन किया।
क्षेत्र में होने वाली किसी भी संदिग्ध गतिविधि की रिपोर्ट करें नागरिक
डीसी ने बताया कि यह मॉक ड्रिल आपातकालीन स्थिति में क्या करें और क्या न करें और क्या-क्या सावधानियां बरतने के उद्देश्य से करवाई गई है। उन्होंने आमजन से आह्वान किया वे अपने क्षेत्र में होने वाली किसी भी संदिग्ध गतिविधि की रिपोर्ट तुरंत पुलिस और स्थानीय अधिकारियों को दें। राज्य सरकार ने आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 के तहत जिला और राज्य, दोनों स्तरों पर घटना प्रतिक्रिया प्रणाली (आईआरएस) को औपचारिक रूप से लागू कर दिया है। इस पहल का उद्देश्य प्रतिक्रिया तंत्र को सुव्यवस्थित करना, आपातकालीन स्थितियों के दौरान भ्रम को कम करना और तदर्थ उपायों पर निर्भरता को कम करना है। इस अभ्यास का उद्देश्य नागरिकों को किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार करना तथा विकट स्थिति के दौरान बड़े पैमाने पर दहशत की संभावना को कम करना है।
शाम 7.50 से 8.00 बजे तक हुआ ब्लैक आउट
मॉक ड्रिल के मद्देनजर डीसी अजय कुमार व सीपी विकास अरोड़ा ने प्राधिकरण के सभी सदस्यों सहित अन्य गणमान्य प्रतिनिधि के साथ बैठक भी की और आपदा की स्थिति से निपटने के लिए किए जाने वाले प्रबंधों की समीक्षा की। गुरुग्राम जिला के शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में बुधवार की शाम 7.50 से 8.00 बजे तक एयर रेड के मद्देनजर आयोजित मॉक ड्रिल में ब्लैक आउट करने की अपील भी की गई थी। जिसके चलते जिला में नागरिकों ने जिला प्रशासन की मॉक ड्रिल में अपना सहयोग भी दिया।