दिवाली पर बाजार की मिठाईयों से कर लीजिए तौबा, ये है हानिकारक मीठा जहर

11/1/2018 7:01:06 PM

सोहना(सतीश राघव): त्यौहारों का सीजन हो और मिठाईयों की बात ना हो तो भला कैसा फैस्टिवल । लेकिन जिस मीठे पकवानों को देख कर आपका जी ललचा जाता है वो आपकी सेहत पर भारी पड़ सकते हैं। जी हां सोहना में भी जमकर सिंथेटिक व केमिकल युक्त मिठाइयों की बिक्री हो रही है। जैसे-जैसे दीपावली का पर्व नजदीक आता जा रहा है। वेसे ही सोहना में मीठे जहर की बिक्री भी दिनों दिन बढ़ती जा रही है। लेकिन सोहना का स्वास्थ्य विभाग लोगो के स्वास्थ्य को लेकर बिल्कुल भी चिंचित नही दिख रहा है। जबकि सोहना एसडीएम ने भी स्वास्थ्य विभाग को पत्र जारी कर कार्यवाही करने के लिए आदेश जारी कर रखे है।

सोहना का स्वास्थ्य विभाग उस समय हंसी का पात्र बन गया। जब एसडीएम द्वारा स्वास्थ्य विभाग के स्थानीय अधिकारी को बार बार मीठे जहर विक्रेताओं पर कार्यवाही करने के लिए कहा गया। लेकिन स्वास्थ्य विभाग के स्थानीय अधिकारियों ने कार्यवाही करने के नाम पर मात्र खानापूर्ति कर पल्ला झाड़ लिया। सोहना में करीब डेढ़ सौ से दो सौ के बीच मिठाई विक्रेताओं की दुकानें है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने मात्र दो दुकानों पर सेम्पलिंग कर रसगुल्ला व कलाकंद के सेम्पल लिए है।

स्थानीय लोगों की माने तो सोहना में जमकर सिंथेटिक व केमिकल युक्त मिठाइयों की बिक्री हो रही है। वही मिठाई विक्रेताओं ने उपभोगताओं को लुभाने के लिए चमकीले कलर युक्त कैमिकल मिठाइयों में डाले हुए है। जिन मिठाइयों को खाने से लोगों का स्वास्थ्य खराब हो सकता है। एसडीएम द्वारा करीब एक माह पहले दीपावली के पर्व को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग को पत्र लिखकर सेम्पलिंग करने के आदेश दिए थे। लेकिन  आदेशो को स्वास्थ्य विभाग ने रद्दी की टोकरी में फेक दिया और किसी प्रकार की कोई कार्यवाही अमल में नही लाई गई।

आज भी सोहना में सरे आम सिंथेटिक खोवा व पनीर को मेवात में तैयार कर सोहना में धड़ल्ले से बेचा जा रहा है। जिसकी शिकायत स्थानीय लोगों द्वारा कई बार स्वास्थ्य विभाग को दी गई। लेकिन कार्यवाही के नाम पर आज भी स्वास्थ्य विभाग के हाथ खाली है। अब देखना इस बात का होगा कि प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री क्या ऐसे लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ किसी तरह की कार्यवाही अमल में लाएंगे या फिर यू ही मीठे जहर की बिक्री बस्तुर जारी रहेगी।


 

Rakhi Yadav