नहीं सुधर रहे PGI के डॉक्टर, प्रसव के बाद महिला ने तोड़ा दम

10/14/2017 4:59:24 PM

राेहतक (दीपक भारद्वाज): राेहतक पीजीआई पर इलाज के प्रति लापरवाही के आरोप कोई नई बात नहीं है, ऐसा शायद ही कोई दिन होगा जब परिजनों व डॉक्टरों में इलाज को लेकर आरोप प्रत्यारोप न लगे हाें। वहीं प्रसुति विभाग तो इससे अछूता ही नहीं है। आज भी सोनीपत जिले के गांव बडोता की रहने वाली सरीता की प्रसव के बाद मौत हो गई। जिसके बाद परिजनों ने रोष प्रकट किया अौर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया। जिन्हें बड़ी मुश्किल से समझाकर शांत किया गया। 

जानकारी के अनुसार सरिता को प्रसव पीड़ा के बाद उसका परिवार खानपुर पीजीआई में लेकर पहुंचा, जहां गंभीर हालात को देखते हुए उसे रोहतक पीजीआई रैफर कर दिया गया। पीजीआई में उसने आॅपरेशन से एक बेटी को जन्म दिया लेकिन उसकी हालात बिगड़ गई। सरीता के पति प्रवीन ने बताया कि उनकी मां कई बार अपनी बहू काे डॉक्टरों के पास इलाज के लिए लेकर गई लेकिन उसे हर बार बाहर भगा दिया गया।उन्होंने आरोप लगाया कि वार्ड में जो डॉक्टर देख-रेख के लिए थे वे आपस में बात करने में जूटे हुए थे और मोबाइल पर गाने सुन रहे थे। उनकी बात पर ध्यान देकर सरिता को संभाला होता तो आज उसकी जान बच सकती थी। इलाज में कमी के कारण उसकी मौत हो गई। 

सरिता की मौत के बाद अस्पताल पहुंचे ग्रामीणों ने हंगामा किया। लोगों अौर प्रशासनिक अधिकारियों ने सभी को बड़ी मुश्किल से समझाकर शांत किया। काफी मशक्कत के बाद मृतका के परिजन उसका शव लेने के लिए माने। कागजी कार्रवाई करके सरिता का शव परिजनों को सौंप दिया गया।