बुजुर्ग के पेट से एक घंटे के ऑपरेशन के बाद डॉक्टरों ने निकाली पथरी, 6 घंटे तक गिनने के बाद पता लगी 8125 की संख्या
punjabkesari.in Friday, May 23, 2025 - 08:51 PM (IST)

गुड़गांव, (ब्यूरो): अब तक आपने लोगों को पथरी का ऑपरेशन कराकर दो - चार, दस पथरी निकलने की बात तो आम तौर पर सुनी होगी, लेकिन एक निजी अस्पताल के डॉक्टरों ने एक बुजुर्ग का ऑपरेशन कर एक घंटे में इतनी पथरी निकाल दी कि उसकी काउंटिंग करने में डॉक्टरों की टीम को छह घंटे लग गए। बुजुर्ग पेट दर्द होने और कभी-कभी बुखार होने की दिक्कत लेकर अस्पताल आया था। काफी लंबे समय तक परेशानी झेलने के बाद जब डॉक्टरों ने बुजुर्ग की जांच की तो उसके गॉल ब्लेडर में काफी संख्या में पथरी होने की बात सामने आई।
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दरअसल, फोर्टिस अस्पताल में 70 साल के मरीज के गॉल ब्लैडर (पित्ताशय) से 8,125 पथरी लेप्रोस्कोपिक सर्जरी के जरिए निकाली गई। इतनी बड़ी संख्या में पथरी देखकर डॉक्टर्स की टीम भी हैरान हो गई। अस्पताल के गेस्ट्रोइंटेस्टाइनल ऑन्कॉलोजी के डायरेक्टर डॉ अमित जावेद ने बताया कि 70 साल का बुजुर्ग व्यक्ति कई सालों से पेट के दर्द, बार बार बुखार आने, भूख न लगने और कमजोरी के साथ-साथ छाती और पीठ में भारीपन की शिकायत से परेशान था।
डॉ अमित जावेद ने बताया कि मरीज शुरू में इलाज कराने के लिए इच्छुक नहीं था और डर भी रहा था। लेकिन बढ़ते दर्द की वजह से उसकी हालत बिगड़ गई और उसे गंभीर अवस्था में फोर्टिस अस्पताल लाया गया। अस्पताल में मरीज के पेट का अल्ट्रासाउंड किया गया, जिसमें गॉल ब्लेडर (पित्ताशय की थैली) में पथरी पाई गई। डॉक्टर की मानें तो इलाज में कई सालों की देरी के कारण पथरी जमा हो गई। लेप्रोस्कोपिक सर्जरी के माध्यम से जब पथरी निकाली गई तो डॉक्टर्स की टीम देखकर हैरान हो गई। इतनी भारी संख्या में किसी मरीज के गॉल ब्लैडर से मिलना बहुत दुर्लभ बात थी। डॉक्टर घंटों तक पथरियों की गिनती करते रहे। कुल 8,125 पथरियां मिलीं। इनको गिनने 6 घंटे से ज्यादा का समय लग गया।
डॉ अमित जावेद ने कहा कि अधिक देरी करने पर पित्ताशय की थैली में पस (मवाद) बनना, पित्ताशय की दीवार का मोटा होना, फाइब्रोसिस और कैंसर के जोखिम का खतरा बढ़ जाता है। सर्जरी के बाद अब मरीज स्थिर है और उसे कोई परेशानी नहीं है। उनका कहना है इससे पहले भी किसी मरीज के अंदर से सैंकड़ो की संख्या में पथरी निकाली गई, लेकिन 8 हजार से ज्यादा पथरी निकालने की सर्जरी देश मे पहली बार ही की गई। इस मामले को जो बात अलग बनाती है, वह है असाधारण रूप से बड़ी संख्या में पथरी निकालना। ज्यादातर पित्त की पथरी कोलेस्ट्रॉल से बनी होती है और अक्सर मोटापे और उच्च कोलेस्ट्रॉल वाले आहार से जुड़ी होती है। ऑपरेशन के बाद मरीज को इस जानलेवा मुसीबत से निजात मिली है। डॉक्टर की मानें तो बुजुर्ग मरीज की तबियत अब बिल्कुल ठीक है और उन्हें अस्पताल से छुट्टी भी दे दी गई है।