कुत्‍तों ने ढूंढ निकाला, नहीं तो हरियाणा में दबे रह जाते यूपी के तीन मजदूरों के शव

3/30/2020 5:40:12 PM

गुरुग्राम: गांव सकतपुर में बन रहे बिजली सब-स्टेशन के लिए आने वाली हाईटेंशन लाइन के लिए टावर खड़ा करने में लगे तीन श्रमिक टावर के लिए खोदे गए पंद्रह फुट गहरे गड्ढे में दबे मृत मिले। तीनों श्रमिक 24 मार्च से लापता थे। उनके साथ काम करने वाले श्रमिकों ने यह मान लिया था कि लॉकडाउन के चलते तीनों रात में घर चले गए।

रविवार की दोपहर दुर्गंध फैलने पर कुत्तों ने मिट्टी बिखेरी जिसके बाद लोगों एक शव देखा और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने ढही मिटाई हटवाई तो दो और शव निकले। तीनों श्रमिक उत्‍तरप्रदेश के जिला अमरोहा के रहने वाले थे।

हाईटेंशन लाइन बिछाने का चल रहा काम
बादशाहपुर थाना क्षेत्र के गांव सकतपुर के पास बिजली निगम का सब स्टेशन बनने का काम चल रहा है। सब स्टेशन के साथ ही हाईटेंशन लाइन का टावर बनाया जाना था। टावर के लिए करीब 15 फुट गड्ढा खोद दिया गया था। उस गड्ढे में से निकली मिट्टी को भी गड्ढे के किनारे ही लगा दी गई। गड्ढे में उतरने के लिए एक तरफ से ढलान बनाई गई थी।

23 मार्च से काम था बंद
23 मार्च से काम बंद हो गया था। कई श्रमिकों के साथ उत्तराखंड के अमरोहा जिला के गांव रुखानू निवासी पुनीत व गजेंद्र तथा इसी जिला के गांव सिरेहरि निवासी धर्मवीर भी खोदाई में लगे हुए थे। बताते हैं कि 24 मार्च की दोपहर खाना खाने के बाद करीब 21-22 साल के तीनों श्रमिक गड्ढे में उतर कर बैठे हुए थे। उन्हें एक श्रमिक ने देखा भी था।

सबने सोचा जा चले गए घर
इसके बाद तीनों किसी को नजर नहीं आए। साथी श्रमिकों ने समझा की तीनों घर जाने की प्लानिंग बना रहे थे और वह घर चले गए। जबकि ऐसा हुआ नहीं था। किनारे लगाई गई मिट्टी ढहने से तीनों की दबकर मौत हो गई थी। पुलिस प्रवक्ता सुभाष बोकन ने बताया बादशाहपुर थाना पुलिस ने तीनों शवों को कब्जे में लेकर शाम को पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया। दाह संस्कार के लिए उनके परिजन शवों को लेक र अमरोहा के लिए रवाना हो गए।

Shivam