चालक की समझदारी, मरने से पहले पकड़वाए कातिल(video)

1/4/2018 1:15:07 PM

कैथल(जोगिंदर कुंडू):निवासी संदीप कुमार तो इस दुनिया में नहीं रहा लेकिन उसने मरने से पहले अपने ही कातिलों को पकड़वाने में अहम भूमिका निभाई। 5 दिन पहले 30 दिसम्बर को कैथल में खुराना रोड ड्रेन में एक अज्ञात व्यक्ति का शव मिला था और उसकी हत्या किसी रस्से से गला दबाकर की गई थी। शुरूआत में यह ब्लाइंड मर्डर लग रहा था। मृतक 31 दिसम्बर को संदीप (25) निवासी रायखेड़ी (सहारनपुर) के रूप में पहचान हुई थी। एस.पी. आस्था मोदी ने मामले की जांच सी.आई.ए.-1 इंस्पैक्टर महावीर सिंह को सौंपी गई थी।

सी.आई.ए.-1 पुलिस ने संदीप के परिजनों से संपर्क करने पर पता चला था कि मृतक संदीप चंडीगढ़ में टैक्सी चलाता था।

संदीप के रिश्तेदार ने बताया कि उसके मोबाइल पर 29 दिसम्बर को संदीप का व्हाट्सएप आया था। उसमें संदीप ने एक व्यक्ति की आई.डी. व उसका मोबाइल नंबर भेजा था। इसमें संदीप ने लिखा था कि ये लोग उसकी गाड़ी किराए पर लेकर जा रहे हैं। यह व्हाट्सएप संदीप ने इसलिए भेजा था कि अगर उसके साथ कुछ अनहोनी हो जाए तो आरोपी पकड़े जा सकें। मरने से पहले ड्राइवर संदीप द्वारा भेजे गए व्हाट्सएप संदेश के कारण ही आज सी.आई.ए.-1 पुलिस ने संदीप के 3 कातिलों को पकडऩे में सफलता हासिल की है, वहीं चौथे आरोपी की पहचान भी कर ली गई है, जिसकी गिरफ्तारी कभी भी संभव है।

इंस्पैक्टर महावीर सिंह ने बताया कि पकड़े गए आरोपी संजीव उर्फ टिटू व मोहित उर्फ बौना दोनों निवासी गांव माघोमाजरी (कैथल) व साहिल निवासी रामनगर कैथल को आज अदालत में पेश किया गया, जहां से तीनों का 4 दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया गया है। इस मामले को ट्रेस करने में सब-इंस्पैक्टर अजीत राय, हैडकांस्टेबल तरसेम सिंह, एच.सी. जरनैल सिंह, सिपाही मुनीष कुमार, देवेंद्र सिंह, मुंशी मुनीष कुमार, सुमित कुमर व कांस्टेबल करनैल सिंह की भी अहम भूमिका रही। एस.पी. आस्था मोदी ने सी.आई.ए.-1 टीम को मामला ट्रेस करने पर बधाई दी। 

चौथे आरोपी की गिरफ्तारी के लिए लिया रिमांड
इंस्पैक्टर महावीर सिंह ने बताया कि वारदात में लिप्त चौथे आरोपी विक्की निवासी गांव मानस की पहचान कर ली गई, जिसकी गिरफ्तारी, लूटी गई गाड़ी बरामदगी सहित गहन पूछताछ के लिए तीनों आरोपियों का 4 दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया गया है। 

4 दोस्तों ने चिल्ड्रन पार्क में बैठकर बनाई थी कार लूटने की योजना
आरोपियों ने गत 29 दिसम्बर को चिल्ड्रन पार्क में बैठकर ही गाड़ी लूटने की योजना बनाई थी। आरोपी गाड़ी लूटने के बाद उसे बेचकर पैसा कमाना चाहते थे। इसलिए उन्होंने अगले दिन 30 दिसम्बर को चंडीगढ़ पहुंचकर एक फोर्ड फिगो इस्पायर गाड़ी चालक को पिहोवा तक 1700 रुपए में किराये पर बुक किया था। आरोपियों ने पिहोवा पहुंचने से पहले ही ईस्माइलाबाद के निकट शौच का बहाना बनाकर गाड़ी सड़क किनारे रुकवाई थी और सीट पर बैठे ड्राइवर के गले में रस्सी डालकर उसकी हत्या कर दी।