गैर लाइसेंसी नशा मुक्ति केन्द्र पर ड्रग्स कंट्रोल विभाग का छापा(VIDEO)

9/1/2018 12:20:44 PM

गुडग़ांव(मोहित कुमार): नशामुक्ति के नाम पर अपना धंधा चमकाने वाले अवैध नशा मुक्ति केन्द्रों के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग पहली बार हरकत में आ गया है। विभाग ने शुक्रवार को शीतला माता मंदिर रोड पर अनधिकृत तरीके से संचालित एक नशा मुक्ति केन्द्र पर छापा मारकर उसे सील कर दिया है। मौके से सेंटर का संचालन कर रहे एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दूसरा भागने में सफल रहा। बताया गया है कि विभाग ने सेंटर से बड़ी मात्रा में अनधिकृत दवाएं व इंजेक्शन की बरामदगी के बाद एफआईआर दर्ज करा दी गई।


विभाग को मिली गुप्त सूचना के आधार पर जानकारी मिली थी कि इलाके में अवैध रूप से नशा मुक्ति केन्द्र का संचालन किया जा रहा है, जिसके बाद सिविल सर्जन के आदेश पर एक टीम का गठन किया गया। टीम ने जब इलाके में पहुंचकर मुआयना किया तो केन्द्र से कई अनधिकृत दस्तावेज व दवाइयां मिलीं।  अधिकारियों के मुताबिक केन्द्र का संचालन कर सुधीर को पुलिस ने मौके से ही गिरफ्तार कर लिया, जबकि केन्द्र का मालिक नरेश राठी भागने में सफल रहा। अधिकारियों ने मौके से मिली सभी दवाओं को सील कर उसे जांच के लिए भेज दिया है। जबकि सैक्टर-5 थाना अन्र्तगत मामले की एफआईआर दर्ज करा दी गई है। केन्द्र से मिले दस्तावेजों के मुताबिक संस्था का संचालन नई उम्मीद नशा मुक्ति अभियान पुर्नवास समिति के नाम से किया जा रहा 
था।

मरीज थे 55, बिस्तर थे महज 19
अधिकारियों की मानें तो छापेमारी के दौरान केन्द्र में कुल 55 मरीज एडमिट पाए गए। जबकि 36 जमीन पर सोते थे। केन्द्र में अव्यवस्था का आलम इस कदर थी इतने सारे लोगों के लिए महज 4 टॉयलेट थे। केन्द्र में पर्याप्त वेंटिलेशन का अभाव था। साथ ही पानी की व्यवस्था भी नियमों के अनुकूल नहीं पाई गई। कार्रवाई का नेतृत्व सीएमओ डॉ. गुलशन अरोड़ा द्वारा की गई, जबकि जांच अधिकारियों में डीसीओ अमनदीप चौहान व जनरल फिजीसियन डॉ. अनुज गर्ग टीम में शामिल थे।

अमनदीप चौहान, डीसीओ गुडग़ांव
पता चला था कि शीतला माता रोड पर ‘नई उम्मीद नशा मुक्ति अभियान पुर्नवास समिति’  के नाम पर केन्द्र का संचालन किया जा रहा है जो बिना लाइसेंस के संचालित हो रहा है। केन्द्र के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी गई है, जिसमें से एक गिरफ्तार है। स्वास्थ्य विभाग जिले में ऐसे किसी भी केन्द्र का संचालन नहीं होने देगा, जो बिना अनुमति व लाइसेंस के संचालित किए जा रहे हैं। विभाग ऐसे कई अन्य लोगों का पता कर रही है जो नशा मुक्ति के नाम पर लोगों को बरगला रहे है।  

जिले में महज 2 केन्द्र लाइसेंसी
अधिकारियों की मानें अभी तक नशा मुक्ति के नाम पर जिले में महज 2 केन्द्रों को प्रशासनिक स्तर पर नशा मुक्ति केन्द्र संचालित करने के लिए लाइसेंस प्रदान किए गए हैं। जबकि अन्य बिना लाइसेंस चलाए जा रहे हैं। वहीं सूत्रों की मानें तो मौजूदा स्थित में जिले के अंदर कुल डेढ़ दर्जन से अधिक नशा मुक्ति केन्द्र संचालित किए जा रहे हैं। कार्रवाई के बाद से अन्य केन्द्रों में हड़कंप का माहौल है। 

Deepak Paul