नाहरपुर शहर में नशे का धंधा जोरों पर, गांव के लोगों ने लगाई रोक की मांग

10/1/2019 9:51:09 AM

यमुनानगर (सतीश): जिले के बड़े गांव नाहरपुर में ड्रग्स, अफीम, चर्स, गांजा व स्मैक का धंधा जोरों पर है। ग्रामीण इस माफिया से डरे हुए हैं। वे खुलकर सामने नहीं आ रहे और अपनी पहचान बताने से भी बच रहे हैं। हालांकि गांव के कुछ लोगों ने एस.पी. कुलदीप सिंह यादव से मिलकर इस धंधे पर रोक लगाने की मांग की है।

ग्रामीणों का कहना है कि वे अपना नाम गुप्त रखना चाहते हैं क्योंकि माफिया उन पर भी वार कर सकता है कि सूखा नशा उनके गांव के अंदर व साथ लगते गांव में सप्लाई हो रहा है। गांव के श्मशान घाट और गन्ना सोसायटी में रात के समय सूखा नशा बिकता है।

इसके अलावा गांव में जितने भी फास्ट फूड की रेहडिय़ां हैं सब पर शराब पिलाई जाती है और सूखा नशा बेचा जाता है। एक पुलिस कर्मी पर भी इन्हें शह देने का आरोप है। ग्रामीणों की मांग है कि इस पूरे मामले की गुप्त जांच करवाई जाए व संलिप्त पुलिस कर्मी पर कारवाई की जाए। ग्रामीणों ने शिकायत की कॉपी डी.जी.पी. को भी भेजी है। 

लंबे समय से कर रहे रोक लगाने की मांग
ग्रामीणों ने बताया कि गांव की आबादी हजारों में है। इस इलाके में कई सरकारी स्कूल हैं। नशा युवाओं को ही बेचा जा रहा है। इस पूरे नशे ने युवाओं को बर्बाद करके रख दिया है। वे लंबे समय से इस पर रोक लगाने की मांग कर रहे हैं लेकिन इस धंधे पर रोक नहीं लग रही। ग्रामीणों का कहना है कि पिछले सप्ताह ही उन्होंने बैठक की थी।

बैठक में नशे को रोकना अहम मुद्दा था। पुलिस उनकी मदद करे तो वह भी एक कमेटी बनाकर उनका साथ देंगे, वहीं एक कारोबारी ने बताया कि उन्होंने शनिवार को ही इस पूरे मामले की जानकारी एस.पी. को दी है। उनकी ओर से उचित कार्रवाई का आश्वासन मिला है। यदि जल्द ही कोई कार्रवाई न हुई तो ग्रामीण सड़क पर उतरेंगे। 

Isha