सरकार की लापरवाही के चलते जान जोखिम में डाल कर यमुना पार करते हैं लोग

4/27/2019 1:55:16 PM

करनाल (केसी आर्य): देश और प्रदेश की सरकार लोगों को सुरक्षित रखने के और लोगों को सुविधा देने के दावे तो बहुत करती है। लेकिन लगता वह दावे और आकंड़े बस नेताओं के भाषण तक सिमट कर रह जाते है। ऐसा ही मामला करनाल में देखने को मिल रहा है जहां लोगों यूपी से हरियाणा, हरियाण से यूपी की तरफ आने जाने के लिए रोजाना अपनी जान को जोखिम में डालकर यमुना नदी को पार करना पड़ता है।



दरअसल पिछले कई सालों उतर प्रदेश की सीमा से करनाल के शेरगढ टापू तक बनने वाला पुल अधर में लटका हुआ है। जिसके चलते यहां के लोग पिछले कई सालों से इस पुल के बनने की राह देख रहे हैं, और उम्मीद लगाए बैठे हुए हैं कि पुल के बन जाने से उनकी राहे आसान हो जाएगी। लेकिन सरकार और प्रशासन की लापरवाही इस कदर है कि लगता उनको लोगों की जान कीमत बहुत कम है। बता दें स्थानीय लोगों को अगर मंगलोरा वाले या फिर यमुना नगर वाले पुल की तरफ से आते–जाते है तो उन्हें काफी लम्बा समय लग जाएगा जिस कारण वह अपना समय बचाने के लिए एक नाव का सहारा लेते है। जिसके चलते लोगों नाव पर सफर करते समय हमेशा अपनी जान का डर बना रहता है।



लोगों का कहना है कि उन्हें पुल को अधुरा देखते हुए कई सालों का समय हो गया है कभी काम शुरू हो जाता है तो कभी काम रुक जाता है। अभी फ़िलहाल काम शुरू हुआ है, लेकिन कब तक चलेगा भगवान ही जाने। लोगों का कहना है की यूपी में भी नेता कहकर तो गए थे जल्दी ही हम पुल बना देगे लेकिन वोट लेने के बाद वह कभी कोई दुबारा दिखता ही नहीं।



गौरतलब है कि यूपी सरकार की तरफ से 2010 में इस पुल का कार्य शुरू हुआ था और इसे 24 माह तक बनकर तैयार होना था लेकिन आज तक यह अधुरा है। पुल का कार्य पूरी तरह से यूपी सरकार के हाथ में है लेकिन हरियाणा सीमा से लेकर शेरगढ टापू तक बनाई जाने वाली सड़क करनाल पीडब्लूडी विभाग के हाथ में है। यूपी और हरियाणा में दोनों तरफ भाजपा की सरकार है जिस कारण पुल का काम शुरू तो हुआ है लेकिन अभी भी कम से कम इसे बनने में 1 साल का समय लगना तय है और जब तक पुल नहीं बनता तब तक लोग ऐसे ही अपनी जान खतरे में डाल कर इस तरफ से उस तरफ और उस तरफ इस तरफ आते जाते रहेगे।

 

 

 

Naveen Dalal