विधानसभा चुनाव के 7 माह बाद एक्टिव मोड में आए दुष्यंत चौटाला, संगठन में नियुक्तियों के हुए सक्रिय
punjabkesari.in Tuesday, May 06, 2025 - 07:33 PM (IST)

चंडीगढ़: (संजय अरोड़ा) : हरियाणा विधानसभा चुनाव के लगभग सात माह के बाद जजपा एक बार फिर से एक्टिव मोड में आ गई है। जजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. अजय सिंह चौटाला जहां कार्यकत्र्ताओं के बीच जा रहे हैं तो पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला भी अब पूरी तरह से सक्रिय हो गए हैं। वे खुद फील्ड में एक्टिव हुए हैं तो संगठन में भी नए सिरे से नियुक्तियां करते हुए पदाधिकारियों को भी पूरी तरह से सक्रिय कर दिया है।
गौरतलब है कि पिछले साल हरियाणा में 5 अक्तूबर को मतदान हुआ था और 8 अक्तूबर को परिणाम आए थे। परिणामों में भाजपा के 48 विधायक चुनकर आए और तीसरी बार भाजपा ने सरकार बनाई। कांग्रेस के 37 विधायक निर्वाचित हुए तो इनैलो के 2 विधायक चुनकर आए। तीन आजाद विधायक भी बने। जजपा को एक भी सीट पर जीत नहीं मिली। इन चुनावों के बाद इस साल फरवरी-मार्च में हुए निकाय चुनाव में कुछ जगहों पर जजपा ने जरूर अपने उम्मीदवार मैदान में उतारे, लेकिन डा. अजय चौटाला, दुष्यंत चौटाला जैसे बड़े नेताओं ने चुनावों से दूरी बनाए रखी। यहां तक कि पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला तो पिछले सात महीने में मीडिया से भी दूरी बनाए रहे। अब विधानसभा के चुनाव परिणाम को करीब 7 माह का समय हो गया है तो अब डा. अजय चौटाला व दुष्यंत चौटाला फील्ड में सक्रिय होते नजर आ रहे हैं।
मंगलवार को सिरसा पहुंचे दुष्यंत चौटाला ने बरनाला रोड स्थित अपने आवास पर कार्यकर्ताओं से मुलाकात की और आवश्यक फीडबैक भी लिया। इसके बाद संगठन का भी पुनर्गठन करते हुए मंगलवार को जजपा की ओर से 22 जिलों में अध्यक्ष तथा 7 जिलों में प्रभारी नियुक्त किए गए। आने वाले समय में संगठन में और भी नियुक्तियां की जानी हैं। इसको लेकर दुष्यंत भविष्य में विभिन्न जिलों में जाकर संगठन की बैठकें लेंगे और नए सिरे से रणनीति भी बनाएंगे।
जल संकट की स्थिति के लिए हरियाणा सरकार है जिम्मेदार: दुष्यंत चौटाला
खास बात यह है कि डा. अजय सिंह चौटाला व दुष्यंत चौटाला हरियाणा व पंजाब के बीच चल रहे जल विवाद पर भी बेबाकी से टिप्पणी कर रहे हैं और 3 मई को चंडीगढ़ में हुई सर्वदलीय बैठक में भी दुष्यंत चौटाला ने शिरकत की थी। दुष्यंत का कहना है कि सरकार को भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड में हरियाणा के सदस्यों की संख्या बढ़ानी चाहिए, ताकि पंजाब सरकार ऐसी मनमानी न कर सके। इसके साथ ही डैम पर केंद्र की ओर से अर्धसैनिक बलों को तैनात किया जाना चाहिए, ताकि किसी भी टकराव की स्थिति से बचा जाए। पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने पंजाब केसरी से बातचीत में कहा कि आज हरियाणा में जो जल संकट की स्थिति पैदा हुई है, यह एक तरह से प्रदेश सरकार की बड़ी विफलता है। सरकार को समय रहते हुए इस बारे में प्रभावी कदम उठाने चाहिए थे ताकि लोगों को गर्मी के इस मौसम में पानी की किल्लत का सामना न करना पड़ता।
अपने पहले ही विधानसभा चुनाव में जजपा के चुने गए थे 10 विधायक
गौरतलब है कि डा. अजय चौटाला व दुष्यंत चौटाला ने 9 दिसंबर 2018 को जींद के पांडु पिंडारा में एक बड़ी रैली कर जननायक जनता पार्टी का गठन किया था। इसके करीब एक माह बाद ही पार्टी ने जनवरी 2019 में जींद उपचुनाव में ताल ठोक दी थी। शुरूआत में जजपा को कप प्लेट चुनाव निशान मिला था। बाद में चाबी चुनाव चिह्न मिला। मई 2019 के संसदीय चुनाव में जजपा ने आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन किया। 7 सीटों पर जजपा ने जबकि 3 सीटों पर आम आदमी पार्टी ने चुनाव लड़ा था। इसके करीब 5 माह बाद अक्तूबर 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में जजपा ने 14.84 सीटों के साथ 10 सीटों पर जीत दर्ज की। खास बात यह है कि पार्टी गठन के बाद अपने पहले ही विधानसभा चुनाव में जजपा को बड़ी कामयाबी मिली और जजपा ने 2019 में भाजपा के साथ गठबंधन करके सरकार बनाई। तब मनोहर लाल की सरकार में दुष्यंत चौटाला को उपमुख्यमंत्री बनाया गया। उकलाना से विधायक निर्वाचित हुए अनूप धानक को राज्य मंत्री जबकि टोहाना के विधायक देवेंद्र बबली को कैबिनेट मंत्री बनाया गया। 12 मार्च 2024 को दोनों दलों का गठबंधन टूट गया। इसके बाद मई 2024 में जजपा ने अकेले ही सभी 10 सीटों पर संसदीय चुनाव लड़ा और उसे केवल 0.87 प्रतिशत ही वोट मिले। इसी तरह से अक्तूबर 2024 के विधानसभा चुनाव में भी जजपा को किसी भी सीट पर जीत नहीं मिली।
22 जिलों में अध्यक्ष तो 7 जिला प्रभारी किए नियुक्त
जननायक जनता पार्टी ने अपने संगठन नवनिर्माण की शुरूआत कर दी है। मंगलवार को जजपा की ओर से 7 जिला प्रभारियों और 22 जिला अध्यक्षों की नियुक्तियों की सूची जारी की गई। जजपा द्वारा भिवानी में कृष्ण बजीना, दादरी में ऋषिपाल उमरावास, हिसार में अनिल बालकिया, जींद में सतनारायण बूरा, रोहतक में हरज्ञान मोखरा, सोनीपत में कुलदीप मलिक और यमुनानगर में जरनैल पंजेटा को जिला प्रभारी की जिम्मेदारी सौंपी गई है। पार्टी ने अंबाला में मन्दीप बोपाराय, भिवानी में जितेंद्र भारद्वाज, दादरी में रविंद्र चरखी, फरीदाबाद में प्रदीप चौधरी, फतेहाबाद में रविंद्र बैनीवाल, गुरुग्राम में सुरेंद्र ठाकरान, हिसार में अमित बूरा को जिला अध्यक्ष बनाया है। झज्जर में संजय दलाल, जींद में जोरा सिंह डूमरखां, कैथल में अवतार चीका, करनाल में गुरदेव रंभा, कुरुक्षेत्र में कुलदीप जखवाला, महेंद्रगढ़ में राजकुमार खातोद, नूंह में नासिर हुसैन अडबर और पलवल में सुरेंद्र सरोत जिला अध्यक्ष होंगे। इनके अलावा पंचकूला में ओ.पी. सिहाग, पानीपत में रामनिवास पटवारी, रेवाड़ी में विजय पंच गुर्जर, रोहतक में डा. संदीप हुड्डा, सिरसा में अशोक वर्मा, सोनीपत में अशोक सरोहा और यमुनानगर में इंतजार अली को जिला अध्यक्ष की कमान सौंपी गई है।