पद्मश्री के लिए चयनित गुरविंदर सिंह से मिलने पहुंचे दुष्यंत चौटाला, कई सालों से कर रहे बेसहारों की सेवा

1/27/2024 1:14:25 PM

सिरसा (सतनाम) : भाई कन्हैया आश्रम के संचालक गुरविंद्र सिंह पिछले कई सालों से मानवता की भलाई का काम कर रहे है। आज तक उन्होंने 700 से ज्यादा बेसहारा लोगों की मदद की है। 500 से ज्यादा लोगों को अपने परिवारों से मिलवा चुके हैं। बहुत सी लड़कियों की शादी कर चुके हैं। बताया जा रहा है कि हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने पद्म श्री पुरुस्कार के लिए चयनित सिरसा के समाजसेवी सरदार गुरविंदर सिंह से मुलाकात की और उन्हें बधाई दी। 

दुष्यन्त चौटाला ने संस्था द्वारा किए जा रहे सामाजिक कार्यों के लिए जमकर सराहना की। वातावरण की शुद्धता के लिए संस्था द्वारा विकसित किए जा रहे जंगल को भी डिप्टी सीएम ने देखा, जहां भूमि के बड़े भाग पर दर्जनों प्रजातियों के बड़ी संख्या में पेड़ -पौधे उगाए गए हैं। दुष्यन्त चौटाला ने संस्था द्वारा की गई इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि प्रदेश के हर गांव में पंचायती और खाली पड़ी जमीन पर इस प्रकार के जंगल विकसित करने की जरूरत है। 


गुरविंद्र सिंह ने नागरिक अस्पताल में मरीजों के लिए नि:शुल्क दूध सेवा से शुरूआत की। वहीं सिंह की ओर से विधवा, आर्थिक कमजोर बच्चों व तलाकशुदा महिलाओं के बच्चों के लिए बिना फीस काउंटर का स्कूल भी बनाया है। जिसमें बच्चों से कोई फीस नहीं ली जाती। गुरविंद्र सिंह ने कहा कि मुझे पद्मश्री के लिए नामांकित किया गया है बहुत खुशी की हो रही है। पिछले कई सालों से मानवता भलाई का कार्य कर रहे हैं। आगे भी ये सेवा ऐसे ही जारी रहेगी।



हादसे में गुरविंदर ने अपने दोनों पैर खो दिए 

रीढ़ की हड्डी में चोट लगी, तो शरीर का कमर से नीचे का हिस्सा काम करना बंद हो गया। जिंदगी व्हील चेयर और बेड पर आ गई। इस दौरान उन्होंने देखा कि अस्पताल में कुछ लोग सुबह के समय मरीजों को दूध, दातुन और ब्रेड वितरित कर रहे हैं। जब उन्होंने पूछा तो पता बला कि वो लोग जरूरतमंदों की सेवा में जुटे हैं। यहीं से उनके दिमाग में आया कि क्यों ना सिरसा के अस्पताल में भी ऐसी ही सेवा शुरू की जाए। इसके बाद 1 जनवरी 2005 से नागरिक अस्पताल में समाजसेवी लोगों के साथ मिलकर दूध सेवा शुरू की। उसके बाद से ही भाई कन्हैया आश्रम की शुरुआत की और धीरे धीरे सेवाओं में विस्तार हुआ। गुरविंदर सिंह ने मरीजों को दूध बांटने से मानव सेवा शुरू की थी। सिरसा के नागरिक अस्पताल में मरीजों को 250 लीटर दूध बाटने से मानव सेवा की शुरुआत हुई थी। इसके बाद जिले में कई ब्लड कैंप लगाए गए। 29 दिसंबर 2006 को भाई कन्हैया मानव सेवा समिति का गठन कर मुहिम का विस्तार किया गया। जिसके बाद निशुल्क एंबुलेंस की सेवा की गई गुरविंदर सिंह ने बाल गोपाल धाम नामक बाल देखभाल संस्थान की स्थापना की और 300 बच्चों के सपनों को संजोधा सामाजिक कार्यों में उनके अटूट समर्पण और योगदान से प्रभावित होकर केंद्र सरकार ने उन्हें पद्मश्री देने का फैसला किया गुरविंदर सिंह 6,000 से अधिक दुर्घटना पीड़ितों और गर्भवती महिलाओं को मुफ्त एंबुलेंस की सेवा भी प्रदान कर चुके हैं।

(हरियाणा की खबरें अब व्हाट्सऐप पर भी, बस यहां क्लिक करें और Punjab Kesari Haryana का ग्रुप ज्वाइन करें।) 
(हरियाणा की खबरें टेलीग्राम पर भी, बस यहां क्लिक करें या फिर टेलीग्राम पर Punjab Kesari Haryana सर्च करें।)

Content Writer

Manisha rana