दुष्यंत का कार्यक्रम रद्द करने की मांग, लोग बोले- स्वागत करने वालों से ज्यादा विरोध करने वाले

3/18/2021 9:56:38 AM

फरीदाबाद : 52 पाल की किसान-मजदूर संघर्ष समिति के लोग बुधवार को नरियाला गांव पहुंचे  और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के होली मिलन कार्यक्रम के आयोजकों से उन्होंने अपीली की है कि इलाके के मान सम्मान की बात है इसलिए उन्हें दुष्यंत चौटाला के कार्यक्रम को रद्द कर देना चाहिए। आगामी 21 तारीख को गांव नरियाला में उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के होली मिलन समारोह के विरोध को लेकर आज नरियाला गांव में किसान संघर्ष समिति के सदस्य और कई गांवों की सरदारी ने पंचायत का आयोजन कर ग्रामीणों से निवेदन किया कि वह गांव में दुष्यंत चौटाला का कार्यक्रम आयोजित ना करें। लेकिन इस बात से कुछ ग्रामीण नाराज भी हुए।

गांव हरिपुरा के मंदिर  पर आज दुष्यंत चौटाला के कार्यक्रम के विरोध में पंचायत का आयोजन किया गया और इस पंचायत में किसान संघर्ष समिति के सदस्य व अन्य पालों के मौजूद लोगों ने ग्रामीणों से आग्रह किया कि वह दुष्यंत चौटाला का प्रोग्राम यहां पर ना होने दें। उनका कहना था कि पिछले कई महीनों से वह लोग कृषि कानूनों के विरोध में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं इसलिए यहां पर यह प्रोग्राम नहीं होना चाहिए। किसान संघर्ष समिति के पदाधिकारी रतन सिंह सौरोत ने बताया कि उन्होंने ग्रामीणों के सामने निवेदन किया था लेकिन ग्रामीणों ने उन्हें बताया है कि उन्होंने तो केवल जमीन दी है और आयोजन करने वाला जे जे पी का पदाधिकारी है। सौरोत ने कहा कि संवैधानिक तरीके से विरोध करने का सभी को अधिकार है और वह इसका जमकर विरोध करेंगे।

 वहीं पंचायत में शामिल हुए कांग्रेसी नेता जगन डागर ने कहा कि वह भी एक किसान के बेटे हैं और हर हालत में दुष्यंत चौटाला के कार्यक्रम का विरोध किया जाएगा। एक तरफ तो किसान पिछले कई महीने से अपनी परिवारों के साथ धरने पर बैठे हुए हैं और दुष्यंत चौटाला यहां होली मिलन समारोह करके उनके जख्मों पर नमक लगाने का काम कर रहे हैं।
वहीं ग्रामीणों ने कहा कि कृषि कानूनों को लेकर तो हम भी किसानों का समर्थन करते हैं लेकिन गांव में अगर दुष्यंत चौटाला आते हैं तो उनको कैसे रोक सकते हैं हमें तो उनका सहयोग करना पड़ेगा जो सरदारी यहां आकर दबाव डाल रही है वह गलत डाल  रही है।

इस पर किसान  नेता जगन डागर ने कहा कि मोदी सरकार  के काले कृषि कानून को लेकर फरीदाबाद के किसानों में भारी आक्रोश है। इलाके के लोगों का आपस में भाई-चारा है। इस लिए संघर्ष समिति के लोग नरियाला  गांव के आयोजकों को समझाने  गए थे। ताकि किसी का भी आपसी भाई-चारा न बिगड़े। उन्होंने कहा कि फिर भी यदि  दुष्यंत चौटाला नरियाला  गांव में पहुंचते हैं तो उनका  जगह-जगह पर भारी विरोध किया जाएगा। गांव के  नौजवान, महिलाएं सभी सड़कोंं के किनारे खड़े होकर दुष्यंत चौटाला को काले  झंडे दिखा कर अपना विरोध दर्ज कराएंगे। जगन डागर  ने कहा कि दुष्यंत चौटाला का स्वागत करने वालों से ज्यादा विरोध करने वाले लोग होंगे। प्रशासन को चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा कि उनका प्रदर्शन शांतिपूर्वक होगा। यदि प्रशासन ने उनके विरोध को बलपूर्वक दबाने की कोशिश की तो इसके गंभीर परिणाम होंगे। जिसके लिए खट्टर सरकार जिम्मेदार होगी। इस मौके पर  महेंद्र सिंह चौहान, रतन सिंह सरौत, ज्ञान सिंह चौहान, सोहनपाल सिंह, रूपचंद लाम्बा, नत्थी सरपंच, जोगिंद्र पहलवान, केशर डागर, शीशराम, देशराज बलई, मनीष हुड्डा, पवन, संतराम डागर, बॉबी, किशन सिंह, साबू राम, हरदेव आदि मौजूद रहे।

(हरियाणा की खबरें टेलीग्राम पर भी, बस यहां क्लिक करें या फिर टेलीग्राम पर Punjab Kesari Haryana सर्च करें।) 

Content Writer

Isha