''हार नहीं है हार कोई, जब तक हार न मानो तुम, हार सोच में जीत सोच में, बात ये मेरी मानो तुम''

12/23/2019 5:15:11 PM

बहादुरगढ़ (प्रवीण धनखड़): 'हार नहीं है हार कोई, जब तक हार न मानो तुम, हार सोच में जीत सोच में, बात ये मेरी मानो तुम', ये लाईनें हैं बहादुरगढ़ की रहने वाली द्विजा गठवाल की, जिन्होंने हाल ही में एचसीएस परीक्षा पास कर ली है। एनआईटी कुरूक्षेत्र से इलैक्ट्रोनिक एंड कम्यूनिकेशन में बीटेक द्विजा ने अपने पहले प्रयास में ही एचसीएस परीक्षा में सफलता हासिल की है। द्विजा यूपीएससी की परीक्षा पास कर आईएएस बनना चाहती है। फिलहाल हरियाणा सिविल सर्विस ज्वाईन कर शिक्षा व्यवस्था में सुधार का इरादा भी रखती है। 

द्विजा का कहना है कि बाधाओं से बिना डरे लगातार मेहनत करने से सफलता जरूर मिलती है। वह अपने पिता का सपना पूरा कर यूपीएससी की परीक्षा पास करना चाहती है। फिलहाल, एचसीएस में चयन होने पर बेहद खुश है। द्विजा का कहना है कि वो शिक्षा प्रणाली में सुधार लाकर हरियाणा के बच्चों को आगे बढ़ाना चाहती है। उनका मानना है कि शिक्षा का स्तर बेसिक लेवल पर ही सुधर गया तो सफलता कदम चूमने लगेगी।



द्विजा ने 10वीं और 12 वीं क्लास बहादुरगढ़ के बाल भारती स्कूल से पास की है। शुरू से ही बेहद प्रतिभाशाली रही द्विजा ने 12 वीं के बाद कुरूक्षेत्र के एनआईटी से इलैक्ट्रोनिक एंड कम्यूनिकेशन में बीटेक की है। द्विजा के पिता विजय कुमार रेलवे बोर्ड में ज्वाईंट डायरेक्टर के पद पर सेवाएं दे रहे हैं। द्विजा की मां दिल्ली में प्राईमरी टीचर हैं और दो भाई है।

 द्विजा का कहना है कि उनके माता पिता के सहयोग और उत्साहवर्धन से ही वो इस सफलता के मुकाम तक पहुंच पाई है। द्विजा के पिता और मां अपनी बेटी की उपलब्धि पर बेहद खुश है। पिता का कहना है कि वो खुष तो हैं लेकिन सपना अभी अधूरा है और उनकी बेटी आईएएस बनकर उनका सपना पूरा करेगी। 

द्विजा का कहना है कि निरन्तर कड़ी मेहनत और बाधाओं से बिना डरे किये गया प्रयास सफलता जरूर दिलाता है। इसलिये हर युवा को अपने लक्ष्य को पाने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिये। द्विजा का कहना है कि एचसीएस की परीक्षा का परिणाम और चयन पूरी तरह से फेयर हुआ है और कोई राजनीतिक हस्तक्षेप भी नहीं हुआ है। ये भी युवाओं के लिये बहुत अच्छा रहा है।

Shivam