हुनर के दम पर कमाए अपनी शादी के लिए पैसे, आज 400 लोगों को दे रही हैं रोजगार

2/13/2020 3:59:26 PM

फरीदाबाद(अनिल राठी)- सूरजकुंड मेले में जहाँ विदेशों से आए कलाकार अपना हुनर दिखाने के लिए पहुंचे हैं वहीं राजस्थान से आई सुनीता भी अपनी हाथ का हुनर दिखाने के लिए पहुंची हैं जिसे देखकर आप भी दांतों तले उंगलियां दबा जाएंगे। इतना ही नहीं उन्होंने शादी से पहले ही इस नक्काशी को तराशने का काम कर दिया था और शादी के बाद भी उनको कई बार दिक्कतों का सामना करना पड़ा लेकिन आज वह खुद भी मानती हैं कि उन्होंने करीब 400 लोगों को काम दिया है और वह भी इससे अपना लालन पालन कर रहे हैं।



मूलरूप से राजस्थान के भरतपुर की रहने वाली शिल्पकार सुनीता रानी ने 17 साल की उम्र में धातु की नक्काशी पर हाथ आजमाया। फिर इसी को आमदनी का जरिया बनाया। इसी कला से अपनी शादी के लिए पैसे एकत्र किए। शादी में कलाकृतियां ही दहेज में लेकर आईं तो ससुराल वाले थोड़े नाराज दिखाई दिए, लेकिन इस पर उन्होंने ज्यादा ध्यान नहीं दिया।

कहते हैं जहां चाह होती है वहां राह निकल आती है। एक दिन ऐसा आया कि उन्होंने अपने पति राजकुमार की गत्ता इंडस्ट्री बंद करा उन्हें भी इस काम में जोड़ लिया। कुछ समय तक आर्थिक तंगी से जूझने के बाद वे दिल्ली के प्रगति मैदान में लगने वाले मेले में पहुंचीं। वहां तीन-चार कलाकृतियां ही बिकीं, लेकिन उन्हें सुकून देने वाली बात यह रही कि मेले में आर्डर इतने मिल गए कि वे छह महीने घर से नहीं निकली। यहीं से उनकी किस्मत बुलंद हुई। 
 

Isha