शिक्षा और रोजगार खट्टर सरकार के एजेंडे में कभी नहीं रहे: गीता भुक्कल
3/2/2021 2:55:53 PM
चंडीगढ़( चंद्रशेखर धरणी): हाल ही में स्टेप बाय स्टेप स्कूली कक्षाएं खोलने के फैसले पर पूर्व शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल ने कटाक्ष किया है। उन्होंने कहा है कि अभी तक तो सीनियर क्लासेज की ज्यादातर पढ़ाई ऑफलाइन की बजाय ऑनलाइन चल रही है और कोरोना फिर से अपने पैर पसार रहा है। कई राज्यों में नाइट कर्फ्यू और कई में लोक डाउन लगा दिए गए। ऐसे में हरियाणा सरकार और शिक्षा विभाग द्वारा यह फैसला काफी अचरज भरा है। इतनी वैश्विक महामारी को लेकर हरियाणा सरकार गंभीर नहीं है। टेस्टिंग बंद कर दी गई है। छोटे बच्चे अगर संक्रमित हुए, उनके टेस्ट तक नहीं किया जा रहे तो परिणाम काफी गंभीर हो सकते हैं। सरकार को दोबारा विचार करना चाहिए। फैसले में बच्चों के अभिभावकों को विश्वास में लेकर विभागीय तैयारियों के साथ निर्णय करना चाहिए।
गीता भुक्कल ने कहा इस सरकार में न केवल किसान त्रस्त है। समाज का हर व्यक्ति कर्मचारी, मजदूर, व्यापारी, दुकानदार परेशान है। आंगनवाड़ी और आशा वर्कर धरने करने को मजबूर है। लेकिन सरकार सभी को अनदेखा करके हट धर्मी में लगी है। शिक्षा और रोजगार इस सरकार के एजेंडे में कभी से नहीं रहे। प्राइवेट स्कूलों के बच्चों के अभिभावक सुविधाएं उपलब्ध करवा सकते हैं। ऑनलाइन शिक्षा के लिए लैपटॉप, कंप्यूटर, स्मार्टफोन दिलवा सकते हैं। मैंने शिक्षा मंत्री के कई बयान सुने जिसमें वह लैपटॉप कंप्यूटर और स्मार्टफोन देने की बात कर रहे थे। लेकिन लंबा अरसा बीत जाने के बावजूद न हीं किताबें दी गई न ही टेबलेट दिए गए। इस सरकार की वजह से बच्चों का पूरा शिक्षा वर्ष खराब हो गया।
भुक्कल ने कहा कि सरकार रोजगार देने की बजाय खत्म करने की तरफ कदम बढ़ा रही है। 5-5 साल पुरानी भर्तियों को कैंसिल करने का काम इस सरकार ने किया। जो बच्चे पीजीटी पास आउट हो चुके हैं। लंबे अरसे से बेरोजगार थे। इस सरकार ने भर्तियों को कैंसिल करके उनके पैरों पर कुल्हाड़ी मारने का काम किया। इन्होंने संस्कृत और ड्राइंग टीचर्स की स्वय द्वारा की हुई भर्ती को कैंसिल करने का काम किया।कोरोना की आड़ में घोटाले-घपले हुए, इंडस्ट्री बंद हुई लाखों लोग बेरोजगार हुए और फिर भी सरकार निजीकरण की तरफ गति बनाए हैं। डोमिसाइल की 5 साल की निवास की कंडीशन भी काफी अचरज भरी है। एसडीओ की भर्ती में केवल हरियाणा के 22 रिजर्व कैटेगरी के युवक लगाए गए थे। लेकिन इस डोमिसाइल प्रक्रिया के बाद उन पर भी कट लगाने का काम सरकार ने किया है।
गीता भुक्कल ने कहा यह सरकार पूरी तरह से फेल साबित हुई है। अधिकारियों का मंत्रियों से और मंत्रियों का मुख्यमंत्री से तालमेल नहीं है। बहुत सीएसआईटी के गठन को गृहमंत्री ने नकारा। ताजा मामला डीजीपी का टर्म खत्म होने के बाद उन्हें एक्सटेंशन दी गई। लेकिन गृहमंत्री एसीएस को चिट्ठी लिख रहे हैं। न्यू पैनल की मांग कर रहे हैं। इसका साफ मतलब है कि इनका आपस में समन्वय नहीं है। आज जनता इस सरकार को चुनकर पछता रही है। इसी कारण से हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में अविश्वास प्रस्ताव लाने जा रही है।