शिक्षा बोर्ड ने मूल्यांकन के लिए बनाए 93 मार्किंग केन्द्र, आज से शुरू हुई प्रक्रिया

3/19/2018 2:33:35 PM

भिवानी(अशोक भारद्वाज): हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड इस बार दसवीं और बारहवीं कक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कैमरे की निगरानी में करवाने जा रहा है। इतना ही नहीं, प्रत्येक मार्किंग सेंटर का जुड़ाव सीधे शिक्षा बोर्ड मुख्यालय से होगा। ऑनलाइन सीसीटीवी इन कैमरों की नजर में ही मार्किंग सेंटर के अंदर टीचर बच्चों की उत्तर पुस्तिकाओं की जांच करेंगे। 

हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड प्रशासन द्वारा पहली बार मार्किंग सेंटर पर सीसीटीवी कैमरे लगाने की योजना बनाई है। ये कैमरे कोई साधारण कैमरे नहीं होंगे, बल्कि ऑनलाइन हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड मुख्यालय से भी जुड़े होंगे। एचटेट परीक्षा के दौरान जिस तरह का प्रयोग किया गया था। वही प्रयोग अब मार्किंग के लिए भी किया जा रहा है। पूरी निगरानी बोर्ड से ही रखी जाएगी। 

आज से शुरू हो रही मूल्यांकन प्रक्रिया की निगरानी भी हाईटैक तरीके से ही रखी जाएगी। अब तक बोर्ड अधिकारी मार्किंग केन्द्रों पर मॉनीटरिंग के लिए जाते थे। इससे समय व धन की बर्बादी होती थी। मगर इस बार एचटेट परीक्षाओं में जिस कदर सीसीटीवी कैमरों के जरिए लाईव मानीटरिंग बोर्ड मुख्यालय से की गई ठीक उसी मानिंद विद्यालय शिक्षा बोर्ड की दसवीं व बारहवीं की उत्तरपुस्तिकाओं के  मूल्यांकन केन्द्रों की निगरानी भी लाईव की जाएगी।

हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड प्रशासन ने दसवीं के लिए प्रदेशभर में 62 मार्किंग सेंटर बनाए हैं, जबकि बारहवीं कक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन करने के लिए प्रदेशभर में 31 मार्किंग सेंटरों का गठन किया गया है। इन मार्किंग सेंटरों पर आने वाले प्रत्येक टीचर की हाजिरी जहां बायोमैट्रिक प्रणाली से दर्ज होगी वहीं  साथ साथ कैमरे में भी उपस्थिति दर्ज की जाएगी। इसके अलावा मार्किंग के कार्य को पारदर्शिता लाने के लिए शिक्षा बोर्ड प्रशासन द्वारा यह कदम उठाया गया है।
 

हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन डॉ0 जगबीर सिंह ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि पहली बार मूल्यांकन केन्द्रों की लाइव निगरानी रखी जाएगी। उन्होंने बताया कि दसवीं और बारहवीं कक्षा की उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन का कार्य 19 मार्च से शुरू हो रहा है। ऐसे में सीसीटीवी के जरिए निगरानी से यह पता चल पाएगा कि कौन मूल्यांकन केन्द्र पर आ रहा है व कौन नहीं। 

उन्होंने बताया कि देश भर में सबसे पहले एचटेट परीक्षा के दौरान सीसीटीवी कैमरों से निगरानी का प्रयोग किया गया जो कि कामयाब रहा। इसका अनुकरण राजस्थान में आरटेट परीक्षा में किया गया तो यूपी में योगी सरकार के द्वारा भी मार्किंग केन्द्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगवाए गए। 

हरियाणा बोर्ड की एचटेट परीक्षा के दौरान सीसीटीवी कैमरों को लेकर बोर्ड प्रशासन पर धांधली एवं घोटाले के आरोप लगातार लगाए गए थे व मुद्दा विधानसभा में भी गूंजा था। उन कैमरों की तर्ज पर मार्किंग के लिए भी अब कैमरे लगवाए गए हैं। बोर्ड अध्यक्ष का कहना है कि राजस्थान में उन कैमरों की कीमत जीएसटी के अलावा 5100 रूपये प्रति कैमरा लगी तो हरियाणा में 1700 रूपये प्रति कैमरे के हिसाब से उन्हें लगवाया गया। इसके बावजूद बवाल किया जा रहा है। 

एक खास बात यह भी है कि जिस विषय को जो टीचर पढ़ा रहा है वही मार्किंग सेंटर में उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन करेगा। अब तक ऐसी कोई कंडीशन नहीं थी, लेकिन अब दसवीं और बारहवीं कक्षा में उत्तर पुस्तिकाओं का वो टीचर ही मूल्यांकन करेंगे जो उन विषयों को पढ़ाते हैं। इससे बच्चों के ज्ञान का सही आंकलन हो पाएगा और मूल्यांकन कार्य में भी पारदर्शिता आएगी।

वहीं, एचटेट परीक्षाओं के दौरान बोर्ड मुख्यालय से ही पूरी निगरानी सभी परीक्षा केन्द्रों की रखी गई। उसकी सफलता के बाद अब मार्किंग केन्द्रों में ये कैमरे लगवाए गए हैं। शनिवार को बोर्ड परीक्षा के दौरान जिन लाइव कैमरों की निगरानी में सामूहिक नकल करते झज्जर के सरकारी स्कूल के परीक्षा केन्द्र के बच्चे दिखे थे वे कैमरे भी मार्किंग के लिए ही लगवाए गए हैं। बहरहाल आज से शुरू होने वाली मार्किंग के दौरान पहली बार किए जा रहा प्रयोग कितना कारगर साबित हो पाएगा व कितनी निगरानी इन कैमरों के जरिए रखी जाएगी ये भी देखने वाली बात है।

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