शिक्षा विभाग के मुख्याध्यापकों की बड़ी लापरवाही, परीक्षा में नहीं पहुंचे प्रशन पत्र

2/25/2017 7:09:04 PM

टोहाना (सुशील सिंगला):शहर के राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के 9 वी व 11वीं कक्षा की छात्राओ को उनकी पेपर फीस समय पर बोर्ड में न पंहुचने के कारण अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ा। जिसके चलते बोर्ड से उनके प्रश्न पत्र नही पंहुचे और स्कूल स्टाफ द्वारा अन्य किसी स्कूल के बच्चे का पेपर लेकर उनकी फोटोकापी करवाकर बच्चों में वितरित की गई और परीक्षा ली गई। ऐसी ही एक समस्या उपमंडल के गांव नन्हेडी के स्कूल के छात्रों के सामने आने की जानकारी मिली है।

जानकारी अनुसार शनिवार से 9वीं व 11वीं कक्षाओ के बच्चों की परीक्षाए शुरू होनी थी तथा बोर्ड द्वारा खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय से सुबह लगभग साढे दस बजे प्रश्न पत्र वितरित किए गए थे, लेकिन राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय व नन्हेडी स्कूल के परीक्षा पत्र न होने के कारण हडकंप मच गया तथा परीक्षा में बैठने वाले बच्चों की भी हवाइयां उड़ गई। स्कूल स्टाफ व बच्चे चिंतित दिखाई दिए। तब बोर्ड से जानकारी लेने पर पता चला कि इन दोनों स्कूलों द्वारा बच्चो की फीस जमा नहीं करवाई गई है। जबकि बच्चो से बोर्ड फीस 50 रूपये प्रति बच्चा ले ली गई थी। लगभग 467 बच्चे ऐसे है जिन्होंने आज परीक्षा फोटोकापी किए प्रश्न पत्र से दी है। जिसमें से 400 बच्चे राजकीय कन्या व नन्हेडी स्कूल के शामिल है।

इस बारे में भाजपा शिक्षा प्रकोष्ठ के जिला संयोजक व स्कूल संघ प्रधान सुरेश आर्य ने बताया कि स्कूल मुख्याध्यापकों की त्रुटि के चलते ये समस्या सामने आई है। विद्यार्थियों से फीस तो ले ली गई लेकिन बोर्ड में जमा नहीं करवाई गई। उन्होंने बताया कि फीस जमा न करवाने की एवज में लगभग एक हजार रूपये प्रति बच्चा जुर्माना स्कूलों द्वारा बोर्ड को देना पड़ सकता है। स्कूल मुखिया की गलती के कारण बच्चों व अभिभावकों को मानसिक परेशानी भी झेलनी पड़ी है। उन्होंने बताया कि इस मामले में बोर्ड चैयरमेन व सचिव के पास सुप्रीम पावर है कि इस मामले को जल्द हल कर सकते है।