स्टूडैंट्स को प्रेरित करने के लिए शिक्षा विभाग ने बनाई नई नीति, जानिए क्या

7/1/2017 7:54:19 AM

चंडीगढ़:शैक्षणिक वर्ष के दौरान पाठ्य पुस्तकों के उचित रख रखाव के प्रति स्टूडैंट्स को प्रेरित करने के लिए शिक्षा विभाग ने नई नीति बनाई है। पुस्तकों की उचित देखभाल करने वाले स्टूडैंट्स को शिक्षा विभाग वार्षिक परीक्षा के दौरान इंटरनल असैस्मैंट के 2 प्रतिशत अधिक अंक देगा। ये अंक पहली से 8वीं कक्षा के छात्रों को मिलेंगे। ताकि पुरानी पुस्तकें अगली कक्षा में स्टूडैंट्स को पढऩे के लिए उपलबध करवाई जा सकें। स्टूडैंट्स पाठय पुस्तकें वर्ष के अंत में कक्षा अध्यापकों को लौटाएंगे।

शिक्षा निदेशालय ने प्रदेश के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए है। शिक्षा निदेशालय ने पहली से 8वीं तक के स्टूडैंट्स को पुस्तकें एम.आई.एस. पोर्टल पर मौजूद छात्र संख्या अनुसार उपलब्ध करवा दी है। लेकिन प्रवेश उत्सव के दौरान जिल स्कूलों में छात्र संख्या में वृद्धि हुई है, उनके स्कूल मुखिया खंड शिक्षा अधिकारी से मांग सकते हैं। जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी इन स्कूलों को पुस्तकें उपलब्ध करवाएंगे। 

2 जुलाई को स्टूडैंट्स किताबों पर कवर चढ़ाने का काम करेंगे, ताकि कोई भी पुस्तक बिना कवर के न हो। अध्यापकों को हिदायतें दी गई है कि वे स्टूडेंट्स को पुस्तकों के समुचित प्रयोग के लिए निर्देशित करें तथा स्कूल मुखिया भी बच्चों की पुस्तकों का समय समय पर निरीक्षण करें।