शैक्षिक मूल्यांकन रिपोर्ट में नंबर वन पर आया शिक्षा मंत्री का जिला, रेवाड़ी व झज्जर दूसरे

11/28/2017 1:11:35 PM

गुरुग्राम(ब्यूरो): राज्यशैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) ने पहली से आठवीं के सितंबर में हुए अर्ध-वार्षिक मूल्यांकन की रिपोर्ट सोमवार को जारी की है। सितंबर में प्रदेश में शिक्षा मंत्री रामबिलास का जिला महेंद्रगढ़ और सोनीपत 58 फीसदी अंक के साथ संयुक्त रूप से पहले, रेवाड़ी झज्जर 56 फीसदी के साथ दूसरे, 52 फीसदी अंकों के साथ गुड़गांव तीसरे स्थान पर रहा। मंथली से अर्ध-वार्षिक मूल्यांकन में छात्रों के प्रदर्शन में करीब 10 फीसदी की गिरावट आई है। शिक्षा निदेशालय पहली से आठवीं के बच्चों का मासिक टेस्ट, अर्ध-वार्षिक और वार्षिक परीक्षा कराता है। इसके आधार पर छात्रों का शैक्षिक मूल्यांकन किया जाता है। 

एससीईआरटी में मूल्यांकन विंग प्रभारी सुरेंद्र सिंह सिंधू ने बताया कि सितंबर में अर्ध-वार्षिक मूल्यांकन हुआ था। रिपोर्ट में 50 फीसदी से ऊपर अंक पाने वाले छात्रों को शामिल किया है। अर्ध-वार्षिक में प्रदेश में महेंद्रगढ़ सोनीपत पहले स्थान पर रहे हैं। मेवात, यमुनानगर करनाल और पलवल जिलों का प्रदर्शन खराब रहा। मेवात में मात्र 29 फीसदी बच्चे की 50 फीसदी से अधिक अंक हासिल कर पाए। यहां के अफसरों और टीचर्स को बच्चों पर ध्यान देना होगा। मंथली टेस्ट का स्कूलों पर असर दिख रहा है। छात्रों की उपस्थिति पहले से बढ़ी है। गुड़गांव के एससीईआरटी निदेशक डॉ. किरणमयी ने बताया कि बच्चों के मूल्यांकन के लिए अर्ध-वार्षिक परिणाम काफी महत्वपूर्ण होता है। इसमें सिलेबस छह महीने का होता है। अब सरकार ने सभी स्कूलों के बच्चों को लर्निंग आउट कम 80 फीसदी तय किया है। 

97 फीसदी सरकारी स्कूलों ने की डाटा एंट्री
प्रदेश में 97 फीसदी सरकारी स्कूलों ने ऑनलाइन मंथली रिपोर्ट की एंट्री की। इसमें झज्जर और सिरसा जिले में सभी स्कूलों की 100 फीसदी डॉटा एंट्री हुई। अंबाला 98, भिवानी 97, फरीदाबाद 98, फतेहाबाद 98 और गुड़गांव 99, हिसार 98, मेवात 97 फीसदी रहा। सबसे कम 52 फीसदी पर यमुनानगर रहा। प्रदेश में कुल 14374 स्कूलों में 13984 स्कूलों ने डॉटा एंट्री की, जबकि 390 स्कूलों ने डाटा ऑनलाइन नहीं भरा। गुड़गांव में 572 स्कूलों में 564 ने डाटा एंट्री की। 

अर्ध-वार्षिक टेस्ट में 94 फीसदी छात्र हुए शामिल
सितंबर में हुए अर्ध-वार्षिक टेस्ट में 94 फीसदी छात्र शामिल हुए। इसमें अंबाला, भिवानी, फतेहाबाद, हिसार, झज्जर, जींद, कैथल, करनाल, कुरुक्षेत्र, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, सिरसा, सोनीपत और यमुनानगर में औसत से अधिक छात्र शामिल हुए। गुड़गांव, पानीपत, पलवल, फरीदाबाद और मेवात की अन्य जिलों की अपेक्षा कम हाजिरी रही। गुड़गांव में 88,890 छात्रों से 82,747 छात्र शामिल हुए, यानि 93 फीसदी रहा। हरियाणा में 18,53,412 में से 17,44,195 छात्र यानि 94 फीसदी हाजिरी रही। 

इस प्रकार रहा हरियाणा के जिलों का प्रदर्शन
महेंद्रगढ़-58,सोनीपत-58, रेवाड़ी-56, झज्जर-56, गुड़गांव-52, भिवानी-49, रोहतक-49, पानीपत-48, फरीदाबाद-47, हिसार-46, जींद-45, अम्बाला-43, कुरुक्षेत्र-43, पंचकूला-42, कैथल-42, फतेहाबाद-42, पलवल-41, करनाल-39, यमुनानगर-39 और मेवात-29 फीसदी रहा है। हरियाणा में 46 फीसदी छात्र 50 फीसदी से अधिक अंक पाया है।