सांसदों और विधायकों की तय होगी शैक्षिक योग्यता, अंडरग्रेजुएट नेताओं की सांसे थमी

12/4/2017 4:57:32 PM

चंडीगढ़(ब्यूरो ): हरियाणा में ग्राम पंचायतों के लिए न्यूनतम शैक्षिक योग्यता लागू करने का नियम सफल हो चुका है। जिसके बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सांसदों और विधायकों के लिए शैक्षिक योग्यता की न्यूनतम सीमा लागू करने के लिए केंद्र सरकार को पत्र लिखा है। मुख्यमंत्री द्वारा लिखे गए पत्र से प्रदेश के अंडरग्रेजुएट नेताओं की सांसे थमने लगी है क्योंकि, इस पत्र में सांसदों की न्यूनतम शैक्षिक योग्यता एमए और विधायकों के लिए बीए की डिग्री होना आवश्यक किया जाने को लिखा गया है। ऐसे में यदि यह नियम लागू होता है तो हरियाणा के 30 नेताओं को सत्ता से हमेशा के लिए वंचित रहना पड़ सकता है।

आपको बता दें कि, हरियाणा की वर्तमान विधानसभा में 60 एमएलए ही ग्रेजुएट लेवल या इससे ज्यादा पढ़े लिखे हैं। सभी दलों के 30 विधायक ऐसे हैं, जिनकी शैक्षणिक योग्यता 12वीं या इससे कम है। कुल 90 विधायकों में से 25 बीए, 17 विधायक 12वीं पास, 20 ग्रेजुएट बिजनेसमैन, 12 एमए, चार विधायक आठवीं पास, एक पांचवीं पास, आठ विधायक दसवीं पास व दो पीएचडी हैं। 

मौजूदा अंडरग्रेजुएट नेता...
परिवहन एवं आवास मंत्री कृष्ण लाल पंवार दसवीं के साथ बायलर कंपेटेंसी डिप्लोमाधारी हैं। असंध के भाजपा विधायक बख्शीश सिंह और कालांवाली के शिरोमणि अकाली दल (बादल) के विधायक बलकार सिंह, जींद से वरिष्ठ इनेलो विधायक हरिचंद मिड्डा, पेहवा से इनेलो विधायक एवं पूर्व कृषि मंत्री जसविंद्र सिंह संधू, सिरसा से सांसद चरणजीत सिंह व समालखा से आजाद विधायक रवींद्र मछरौली की शैक्षणिक योग्यता दसवीं हैं।

पंचकूला से भाजपा विधायक ज्ञानचंद गुप्ता की शैक्षणिक योग्यता 12वीं है। 12वीं तक शिक्षा प्राप्त करने वालों में खरखौदा से कांग्रेस विधायक जयवीर सिंह, गुहला से भाजपा विधायक कुलवंत बाजीगर और कलानौर से कांग्रेस विधायक शकुंतला खटक व रोहतक से भाजपा विधायक व सहकारिता राज्य मंत्री मनीष ग्रोवर के साथ ादरी से इनेलो विधायक राजदीप, रानियां से विधायक रामचंद कांबोज व नलवा से इनेलो विधायक रणबीर सिंह गंगवा सहित सोहना से भाजपा विधायक तेजपाल तंवर ने 12वीं से ज्यादा की पढ़ाई नहीं की है।

बरौदा से कांग्रेस विधायक श्रीकृष्ण हुड्डा अंडर मैट्रिक हैं, जबकि सिरसा से इनेलो विधायक मक्खन लाल सिंगला आठवीं से कम पढ़ लिखे हैं। नरवाना के विधायक पृथी सिंह आठवीं पास है। पृथला से बसपा विधायक टेकचंद शर्मा ने प्री-यूनिवर्सिटी करने के साथ डिप्लोमा कर रखा है वहीं पटौदी से भाजपा विधायक बिमला चौधरी मात्र पांचवीं पास हैं। 



भूपेंद्र हुड्डा ने कहा- यह नियम नहीं है सही
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा लिखे पत्र का विरोध करते नजर आए। उनका कहना है कि, जिन स्वतंत्रता सेनानियों ने देश को आजाद कराया, वह ज्यादा पढ़े-लिखे नहीं थे। सांसद और विधायक पढ़े-लिखे होने चाहिए यह बिल्कुल सही नहीं है।