लॉकडाउन का इफैक्ट:कंट्रोल रूम में पहुंचने वाली फरियादे 3 गुणा बढ़ी, रोजाना आती थी 500 शिकायतें

5/19/2020 12:20:02 PM

कुरुक्षेत्र(रणदीप)- वैश्विक महामारी कोरोना से आमजन की सुरक्षा को लेकर पुलिस चौक-चौराहों पर मुस्तैद है इसके साथ ही पुलिस कंट्रोल रूम भी कोरोना जंग जीतने के मोर्चे पर डटा हुआ है। पिछले 54 दिनों से लॉकडाउन के चलते थानों में फरियादी घटे हैं तो कंट्रोल रूम में फरियादों का ग्राफ तीन गुणा बढ़ा है। तकरीबन 25 हजार से ज्यादा शिकायतें अब तक दर्ज हो चुकी हैं, यानि हर रोज 400 से 500 शिकायतें कंट्रोल रूम में पहुंच रही हैं।

कोरोना वायरस के चलते लोग घरों में सुरक्षित हैं, लेकिन घरेलू हिंसा के मामलों में इजाफा हुआ है। हिंसा की सीधी शिकायत कंट्रोल रूम में पहुंच रही है। यही नहीं कोरोना संक्रमण फैलाव को रोकने के लिए घरों में क्वारंटाइन किए गए लोगों के बाहर निकलते ही कंट्रोल रूम में घंटी धड़ाधड़ बज रही है। इसके अतिरिक्त अवैध शराब की बिक्री से लेकर ताश की आड़ में जुआ खेलने और सट्टाबाजी की शिकायतें तुरंत कंट्रोल रूम में पहुंच रही हैं। इन सब शिकायतों को तुरंत संबंधित थानों में प्रेषित कर समाधान कराने में कंट्रोल रूम के कर्मी अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं। 

लॉकडाउन में आमजन तक मदद पहुंचाने में भी कंट्रोल रूम पीछे नहीं है। खाने से लेकर दवाइयां व जरूरी वस्तु कंट्रोल रूम के जरिये पुलिस घर तक पहुंचा रही है। अलबत्ता कंट्रोल रूम लॉकडाउन के दौरान शांति व्यवस्था कायम रखने में भी पीछे नहीं है।  आपसी झगड़े से लेकर अन्य विवादों का निपटारा कंट्रोल रूम के कर्मी फोन के माध्यम से भी करने का प्रयास करते हैं। सैंकडों ऐसी शिकायतें हैं, जिनका तुरंत समाधान किया गया है। 

लोग कॉल करके बताते हैं परेशानी, तुरंत समाधान ।कंट्रोल रूम में लॉकडाउन के बार कंट्रोल रूम में आने वाली शिकायतों में काफी इजाफा हुआ है। कंट्रोल रूम के कर्मियों का प्रयास रहता है कि शिकायतों का तुरंत निपटान किया जाए। लोगों को कंट्रोल रूम से उम्मीद रहती है कि उनकी पूरी मदद होगी। ऐसे में उनकी जिम्मेवारी और बढ़ जाती है कि कंट्रोल रूम में फोन करने वालों को निराशा न हो। वे लोगों को समझाते हैं कि हौसला बनाए रखें। संवेदनशील मामलों में तुरंत पुलिस टीम मौके पर पहुंचती है।

Isha