पढ़ाई के शौक ने 65 की उम्र में बना दिया छात्र, अब पोते-पोतियों के साथ दे रहे 12वीं की परीक्षा(VIDEO)

3/4/2020 5:20:15 PM

कैथल(जोगिंद्र): पढऩे की कोई ऊमर नहीं होती, इस बात को हरियाणा के एक 65 वर्ष बुजर्ग ने साबित कर दिया। कैथल के गांव देवीगढ़ का सतपाल 65 वर्ष की उम्र में 12वीं कक्षा की परीक्षा दे रहा है, वह अपने जैसे बुजुर्गों के लिए प्रेरणा स्त्रोत बना हुआ है। वहीं इस कदम से सतपाल के पोते पोतियों को अपने दादा पर गर्व है। 



सतपाल का कहना है कि पढ़ाई की कोई उम्र व समय सीमा नहीं, जब व्यक्ति कोई निर्णय करता है तो वह अपनी मंजिल को जरूर पा लेता है। इसी को लेकर सतपाल ने भी 45 वर्ष बाद अपनी पढ़ाई शुरू की और अब वह 12वीं कक्षा की परीक्षा दे रहा है। आसपास के गांव के लोग भी उनके जज्बे को सलाम कर रहे हैं, वह भी चाहते हैं कि उनकी तरह पढ़ाई करें और दूसरे बुजुर्गों और नौजवानों के लिए प्रेरणा बने।



कैथल के गांव देवीगढ़ का सतपाल 65 वर्ष की उम्र में 12वीं कक्षा की परीक्षा दे रहा है, जबकि उनका पोता दसवीं की परीक्षा दे रहा है। वह अपने सभी पोते-पोतियों के साथ बैठकर पढ़ाई करते हैैं। अपने दादा को इस तरह पढ़ते हुए देखकर बच्चे भी अपने दादा से प्रेरणा ले रहे हैं। सतपाल कैथल के गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल में 12वीं की परीक्षा दे रहा है। 



उनका कहना है कि वह बारहवीं कक्षा के बाद भी अपनी पढ़ाई जारी रखेगा और आगे भी पड़ेगा। सतपाल ने कहा कि उन्होंने 45 वर्ष बाद अपनी पढ़ाई शुरू की है। इससे पहले उन्होंने दसवीं कक्षा तक पढ़ाई करके छोड़ दी थी। उनका मानना है कि अगर वह पढ़ेंगे तो उनके पोता पोती भी उन्हें देखकर प्रेरणा लेंगे और बुराई के रास्तों पर नहीं चलेंगे। 



सतपाल ने कहा कि पढ़ाई की कोई समय सीमा में नहीं होती, आदमी जब चाहे अपनी पढ़ाई शुरू कर सकता है। सपपाल के बड़े बेटे की मौत हो चुकी है, वह मृतक बेटे की पत्नी व पोते-पोती के साथ रहते हैं। उनकी परिवार की आजीविका का साधन खेती-बाड़ी है। 

Edited By

vinod kumar