दूर होगा किसानों का बिजली संकट, सौर ऊर्जा को मिलेगा बढ़ावा

10/15/2022 10:59:01 AM

फरीदाबाद: बिजली की कमी को पूरा करने के लिए नई कवायद शुरू की गई है। इसके तहत किसान अपने खेतों में सोलर प्लांट लगाकर बिजली का उत्पादन कर सकेंगे। सरकार इस बिजली को हरियाणा पावर परचेज सेंटर के जरिए खरीदेगी। इससे बिजली की कमी पूरी होने के साथ ही किसानों को भी आमदनी होगी। किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाअभियान (पीएम कुसुम) योजना शुरू की थी।

इस योजना तहत एक किसान या कई किसान संगठन मिलकर कृषि कार्य के लिए प्रयोग न हो पाने वाली जमीन पर सौर ऊर्जा प्लांट लगा सकते हैं। इस प्लांट में तैयार बिजली को सरकार खरीदेगी। इसके तहत दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम (डीएचबीवीएन) ने किसान और किसानों के संगठन से सोलर प्लांट लगाने के लिए आवेदन मांगे थे। इसकी अंतिम तारीख 13 अक्तूबर थी।

अब बिजली निगम किसानों से मिले आवेदनों के आधार पर बिजली घर बनाने वाले किसानों की सूची तैयार करेगा।  सौर ऊर्जा के एक मेगावाट प्लांट के लिए चार एकड़ जमीन की जरूरत होती है। व्यक्ति गत तौर पर एक किसान को दो मेगावाट तक के सौर ऊर्जा प्लांट को लगाने की अनुमति दी जा सकेगी। वहींए यह प्लांट 26.43 मेगावाट तक लगाया जा सकता है। बिजली निगम के एक अधिकारी ने बताया कि सौर ऊर्जा पावर प्लांट ग्रामीण एरिया में 33केवीए 66केवी और 132केवी के अधिसूचित बिजलीघर के पांच किलोमीटर के दायरे में ही लगाए जा सकते हैं। प्लांट की बिजली को प्रति यूनिट रुपये के हिसाब से खरीदा जाएगा। इस बिजली को हरियाणा पावर परचेज सेंटर द्वारा खरीदा जाएगा। उन्होंने बताया कि इस योजना के लिए बंजर के अलावा कृषि भूमि का भी प्रयोग किया जा सकता है। 

Content Writer

Isha