बिजली दाम बढ़ने से चढ़ा सियासी पारा, दिग्गज नेताओं ने दी अपनी-अपनी राय

7/20/2017 8:26:26 AM

चंडीगढ़ (संघी):हरियाणा में बिजली के दाम बढ़ने के साथ ही सियासी पारा चढ़ गया है। सरकार ने बिजली के दरों में बढ़ौतरी करके उपभोक्ताओं को झटका तो दिया ही है बैठे बिठाए विपक्ष को भी आलाचेना करने का मुद्दा दे दिया है। उपभोक्ता एफ.एस.ए. की दरों में 28 पैसे प्रति यूनिट की गत 1 जुलाई से हुई कमी का लाभ अभी उठा भी नहीं पाए थे कि राज्य विद्युत नियामक आयोग ने बिजली निगमों को बिजली की दरों में गत 1 जुलाई से ही वृद्धि करने की स्वीकृति प्रदान कर दी। 

घरेलू उपभोक्ताओं के लिए बिजली की दरों में 25 से 30 पैसे, गैर-घरेलू उपभोक्ताओं के लिए 30 से 45 पैसे, लघु उद्योगों व बल्क सप्लाई के लिए 40 पैसे, बड़े उद्योगों के लिए 50 पैसे, पब्लिक वाटर वर्क्स व रेलवे को सप्लाई होने वाली बिजली में 45 पैसे तथा होॄडग्स एवं सजावटी लाइटों के लिए प्रयोग होने वाली बिजली के लिए 24 पैसे प्रति यूनिट की वृद्धि कर दी गई है। लेकिन प्रतिमाह 100 यूनिट की बिजली खपत करने वाले घरेलू उपभोक्ताओं तथा कृषि क्षेत्र में नलकूपों को सप्लाई होने वाली बिजली की दरों में कोई वृद्धि नहीं की गई। यदि कोई घरेलू उपभोक्ता प्रतिमाह 800 यूनिट से अधिक की बिजली की खपत करेगा तो उसे विभिन्न स्लैबों का लाभ नहीं मिलेगा और उसे खपत की गई बिजली पर 7.10 रुपए प्रति यूनिट की दर से ही अपना बिल चुकाना होगा। बिजली की दरों में हुई इस वृद्धि से उपभोक्ताओं को इस वित्त वर्ष के शेष बचे 9 महीनों के दौरान लगभग 1010 करोड़ रुपए का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा।

सस्ती मिल रही बिजली: यादव
चंडीगढ़:हरियाणा आवास बोर्ड के चेयरमैन जवाहर यादव के अनुसार राज्य के बिजली उपभोक्ताओं को पिछले वर्ष के मुकाबले अधिक सस्ती बिजली मिल रही है। आगामी दिसम्बर माह से उन्हें कुछ और राहत मिलने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि गत 1 जुलाई से एफ.एस.ए. में 28 पैसे प्रति यूनिट की पहले ही कटौती की जा चुकी है व पिछले 10 माह में यह कटौती 75 पैसे प्रति यूनिट तक हो चुकी है। अब बढ़ाई गई दरों में अधिक लोड वाले घरेलू उपभोक्ताओं के मासिक न्यूनतम शुल्क में 15 रुपए की कमी की गई है जबकि कमर्शियल उपभोक्ताओं को भी फिक्स्ड चार्जिज में 10 रुपए प्रति किलोवाट की राहत दी गई है।

जनता से विश्वासघात किया:अभय 
चंडीगढ़ (संघी):हरियाणा विधानसभा में विपक्ष के नेता अभय सिंह चौटाला ने कहा कि बिजली की दरों में वृद्धि करके मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने अपना वह वायदा तोड़ दिया जिसमें उन्होंने स्वयं विधानसभा सत्र में किया था कि उनके कार्यकाल में बिजली की दरें नहीं बढ़ेंगी तथा वह बिजली सस्ती करेंगे। लेकिन गत 1 जुलाई से प्रदेश में बढ़ी हुई बिजली दरें लागू होंगी, इसलिए सी.एम. ने प्रदेश की जनता से विश्वासघात किया है।

जनविरोधी है, ‘जजिया कर’:सुरजेवाला
सिरसा (अरोड़ा): अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के मीडिया प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने बिजली दर बढ़ौतरी को ‘जनविरोधी जजिया कर’ बताते हुए इसे तुरंत वापस लिए जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि पहले से ही महंगाई की मार झेल रही प्रदेश की जनता के लिए बिजली 50 पैसे प्रति यूनिट तक महंगी हो जाएगी। उन्होंने याद दिलाया कि 6 महीने पहले मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने अगले 3 साल तक बिजली दरों में कोई भी बढ़ौतरी न करने की घोषणा की थी।