आंगनवाड़ी वर्करों के समर्थन में आए कर्मचारी संगठन, सरकार को दी सात अप्रैल तक चेतावनी

4/3/2022 7:53:32 PM

चंडीगढ़(धरणी): आंगनवाड़ी वर्कर्स और हेल्पर्स की मांगों को लेक संयुक्त किसान मोर्चा सहित मजदूर, कर्मचारी, महिला व युवा संगठन लामबंद हो गए हैं। सभी संगठनों ने मुख्यमंत्री को संयुक्त पत्र लिखकर मामले में तुरंत हस्तक्षेप कर हड़ताली आंगनवाड़ी तालमेल कमेटी को बातचीत के लिए आमंत्रित करने और उनकी जायज मांगों को मानकर हड़ताल को समाप्त करवाने की मांग की है।

यही पत्र हरियाणा के मुख्य सचिव, महिला एवं बाल विकास विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव तथा मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव को भी भेजा गया है। संगठनों के नेताओं ने कहा कि अगर सरकार ने 7 अप्रैल तक कोई ठोस सकारात्मक कार्रवाई नहीं की तो 8 अप्रैल को प्रदेश भर में आक्रोश प्रदर्शन किए जाएंगे। जिसमें सभी संगठन शामिल होंगे।

सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष लांबा व महासचिव सतीश सेठी ने बताया कि आंगनवाडी वर्कर्स एंड हैल्पर्स में 70 प्रतिशत से ज्यादा विधवा व अत्यंत गरीब परिवारों से संबंध रखती है। छह मार्च 2018 को मुख्यमंत्री ने विधानसभा में घोषणा की थी कि हरियाणा पहला राज्य होगा जो अपनी वर्कर को कुशल व हेल्पर को अकुशल मजदूर की श्रेणी में शामिल कर रहा है। इनको दिए जाने वाले मानदेय को महंगाई भत्ते के साथ जोड़ दिया जाएगा। अब राज्य सरकार इससे मुकर गई है। इसी प्रकार केन्द्र सरकार ने सितंबर 2018 में वर्कर के मानदेय में 1500 व हेल्पर के मानदेय में 750 रूपए बढ़ोतरी की थी। चार साल से हरियाणा सरकार उक्त राशि केन्द्र सरकार से प्राप्त कर रही है।

लेकिन वर्कर्स एंड हैल्पर्स को नहीं दे रही है। उन्होंने सभी कर्मचारी संगठनों ने आंदोलन के अधिकार पर हो रहे हमलों और आंगनवाडी वर्कर्स पर किए जा रहे दमन के खिलाफ 8 अप्रैल के आक्रोश प्रदर्शनों में बढ़चढ़कर शामिल होने का आह्वान किया है।

Content Writer

Vivek Rai