प्रमोद की मौत से नाराज कर्मचारी कल जिला अस्पताल में करेंगे हड़ताल, सीएमओ को सौपेंगे ज्ञापन
2/19/2023 5:25:55 PM
पलवल (गुरूदत्त गर्ग) : पिछले करीब 8 सालों से जिला अस्पताल में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के रूप में काम कर रहे प्रमोद नाम के कर्मचारी की बीमारी के चलते मौत हो गई। जिसके बाद परिजनों ने अस्पताल में काफी हंगामा कर दिया। कर्मचारी का ईएसआई पीएफ और इंश्योरेंस ना होने पर अस्पताल प्रबंधन व सरकार पर दोषारोपण किया। वेतन में से ईएसआई और ईपीएफ का पैसा काटे जाने के बावजूद खातों में जमा ना होने से गुस्साए कर्मचारी कल पलवल जिला अस्पताल में एक दिन की सांकेतिक हड़ताल करेंगे और सीएमओ को ज्ञापन सौंपेंगे। मृतक कर्मचारी की पत्नी को नौकरी देने और उसके बच्चे के पालन पोषण के लिए आर्थिक लाभ की भी मांग की जाएगी।
बीती रात जिला अस्पताल में पिछले आठ वर्षों से चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी प्रमोद की बीमारी के चलते मौत हो गई। जिसके बाद उसकी पत्नी और परिजनों ने अस्पताल में हंगामा करते हुए शव का पोस्टमार्टम कराने और अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया। मृतक प्रमोद की पत्नी का कहना था कि यदि उसके पति के पास ईएसआई कार्ड होता तो वह उसका किसी अच्छे अस्पताल में इलाज करा सकते थे। लेकिन आर्थिक तंगी और वेतन में से ईएसआई का पैसा काटे जाने के बावजूद कार्ड नहीं बनाए जाने के कारण उसके पति की असमय मौत हुई है। जिसके लिए उन्होंने सरकार की खराब नीति को जिम्मेवार ठहराया। इसी विसंगति को लेकर पलवल जिला अस्पताल के कर्मचारी कल स्वास्थ्य सेवाओं से पूरी तरह हड़ताल पर रहेंगे।
जिला अस्पताल में फोर्थ क्लास कर्मचारी के रूप में काम करने वाले बीर सिंह ने बताया कि पलवल जिला में करीब 350 कर्मचारी हैं जिन्हें काम करते हुए कई-कई साल हो गए हैं लेकिन उन्हें अब तक ना किसी तरह का कोई जोरेंस का लाभ दिया गया है और ना ही उनके इपीएफ और ईएसआई कार्ड बनाए रहे हैं। जबकि उनके खाते से पैसे काट लिए जाते हैं। कर्मचारियों का कहना है कि आखिर वह पैसे जाते कहां है?
सर्व कर्मचारी संघ पलवल के जिलाध्यक्ष राजेश शर्मा ने बताया कि प्रदेश सरकार की कौशल रोजगार निगम को लेकर नीति स्पष्ट और कर्मचारियों के हित में नहीं है। सभी कर्मचारियों पक्की भर्ती की जाए। इन्होंने भी कर्मचारियों के अधिकारों का हनन करने का आरोप लगाते हुए कहा कि यदि कर्मचारी के पास ईएसआई कार्ड होता तो उसका अच्छे से कहीं किसी बड़े हॉस्पिटल में इलाज हो सकता था।
(हरियाणा की खबरें टेलीग्राम पर भी, बस यहां क्लिक करें या फिर टेलीग्राम पर Punjab Kesari Haryana सर्च करें।)