रोजगारोन्मुखी शिक्षा प्रणाली आज की जरूरत: मनोहर लाल

4/6/2017 11:30:15 AM

रोहतक:बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय में गत दिवस पहले दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया जिसमें 596 विद्यार्थियों को डिग्रियां वितरित की गईं। कार्यक्रम में मुख्यातिथि के रूप में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शिरकत की जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में सहकारिता राज्यमंत्री मनीष ग्रोवर, महंत बालकनाथ मौजूद रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता वि.वि. के कुलाधिपति महंत चांदनाथ ने की। मुख्यातिथि ने दीप प्रज्वलित कर समारोह का शुभारम्भ किया।
इस दौरान विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि संस्कारवान युवा प्रत्येक समाज, प्रत्येक देश की नींव होता है। बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय जैसे शिक्षण संस्थान जो शिक्षा में संस्कारों, संस्कृति एवं योग को भी समाहित किए हुए हैं, ऐसे वि.वि. की समाज को आवश्यकता है। हम सौभाग्यशाली हैं कि आज हम युवाओं की फौज पूरी जनसंख्या का 65 प्रतिशत हिस्सा है। युवा ही प्रत्येक समाज की दिशा एवं दशा निर्धारित करता है। समाज में इन युवाओं के माध्यम से ही तरक्की का रास्ता निकलता है। प्रधानमंत्री की देश के प्रति सोच आज देश को विकास पथ पर आगे बढ़ा रही है। उन्हीं के अथक प्रयासों से डिजीटल इंडिया, मेक इन इंडिया जैसे कार्यक्रमों ने आज नए भारत की तरफ हमें अग्रसर किया है। हरियाणा सरकार की सोच है कि शिक्षा और चिकित्सा के क्षेत्र में राज्य अग्रणी बने और प्रत्येक 20 कि.मी. के दायरे में महिला कालेज अवश्य हो। जिला स्तर पर मैडीकल कालेज बनाए जाएं ताकि जनसंख्या के हिसाब से डाक्टर्स की उपलब्धता बन पाए। बच्चियों की पूर्ण सुरक्षा, स्वास्थ्य और शिक्षा का प्रबंध करने में आज सरकार पूर्ण रूप से प्रयासरत है।

इस मौके पर वि.वि. के कुलपति डा. मारकंडे ने बताया कि वि.वि. के छात्र विश्व स्तर पर देश का नाम ऊंचा कर रहे हैं। इसके साथ ही समारोह में पीएच.डी. की डिग्री पाने वालों में उमेद कुमारी एजुकेशन, सुनील व सुरेंद्र मोहन इलैक्ट्रोनिक्स एवं कम्युनिकेशन से, मीनाक्षी भूगोल से, पूनम रानी, सुदेश कुमारी, सतबीर सिंह, मीनू, मुकेश कुमार, नीलम कुमारी हिंदी विभाग से, बजरंग लाल तथा शोभका इतिहास से, रितु लाइब्रेरी तथा इन्फार्मेशन विज्ञान से, सरोज रानी, अमिता कुमारी, अनिता सांगवान राजनीति विज्ञान से, दीपक कुमार पब्लिक एडमिस्ट्रेशन से, महावीर सिंह संस्कृत से, अमन प्रबंधन से, प्रभा सिमरन सिंह फार्मासियूटिकल्स विज्ञान से, सुरेंद्र, जगमेंद्र बॉटनी से तथा सीमा दलाल भौतिकी से शामिल रहे। समारोह के दौरान मनीष ग्रोवर ने बाबा मस्तनाथ जैसे संस्थानों के निर्माण पर जोर दिया और कहा कि शिक्षा के वास्तविक अर्थ हमें अपनी पुरातन शिक्षा प्रणाली में ही ढूंढने होंगे। विश्वविद्यालय की तरफ से कुलपति डा. मारकंडे ने कुलाधिपति महंत चांदनाथ योगी तथा बाबा बालकनाथ को भी स्मृति चिन्ह प्रदान किया।