शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए सक्षम हरियाणा योजना साबित हुई कारगर

7/27/2019 9:38:30 AM

चंडीगढ़ (बंसल) : मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर तथा शिक्षा मंत्री प्रो.राम बिलास शर्मा के राजकीय विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने के विजन को अमलीजामा पहनाने व परिणाम धरातल पर लाने के लिए जुलाई-2017 में आरंभ की गई ‘सक्षम हरियाणा’ योजना कारगर सिद्घ हुई है। परिणामस्वरूप प्रदेश के 119 खंडों में से 107 खंड सक्षम तथा 5 खंड सक्षम-प्लस घोषित किए गए हैं। 22 में से 14 जिले भी पूरी तरह सक्षम घोषित किए गए हैं। अब इस योजना को बढ़ाते हुए स्कूलों में सक्षम 2.0 नाम से नया प्रारूप आरंभ करने का निर्णय लिया गया है।

सक्षम हरियाणा कार्यक्रम की नीति आयोग में भी सराहना की गई।  मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने शुक्रवार को पंचकूला स्थित रैड बिशप में आयोजित राज्य स्तरीय ‘सक्षम सम्मान समारोह’ में मुख्यातिथि के रूप में कहा कि आज हरियाणा में शिक्षा में गुणवत्ता लाने,अध्यापकों के पढ़ाने के तरीकों में बदलाव लाने,आरंभ से ही विद्यार्थियों के सीखने के स्तर की नींव मजबूत करने की दिशा में बड़ा क्रांतिकारी परिवर्तन लाने का ऐतिहासिक दिन है।

इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी कार्यक्रम परियोजना निदेशक तथा स्कूल शिक्षा विभाग के महानिदेशक डा.राकेश गुप्ता की टीम को बधाई देते हुए कहा कि हरियाणा का नाम जहां दूध-दही का खाना,खेती व पहलवानी,मुक्केबाजी समेत अन्य खेलों के लिए जाना जाता था वहीं शिक्षा के क्षेत्र में विशेषकर सरकारी स्कूल कहीं न कहीं पिछड़े थे। सक्षम हरियाणा कार्यक्रम के बाद शुरू से ही बच्चों की नींव मजबूत होगी। अब तीसरी से 8वीं कक्षा तक अंग्रेजी सहित मुख्य विषयों को शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि आने वाले 5 वर्षों में उनका मुख्य फोकस रोटी, कपड़ा, मकान, बिजली, पानी व सड़क न होकर सुरक्षा, स्वास्थ्य व शिक्षा पर होगा। 

मुख्यमंत्री ने विद्याॢथयों को लैपटॉप देकर किया सम्मानित
इस समारोह में मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों को लैपटॉप तथा अन्य अधिकारियों को प्रमाण-पत्र व ट्रॉफी देकर सम्मानित किया। जिला स्तर पर उपायुक्तों के माध्यम से विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने सक्षम कार्यक्रम को आगे बढ़ाने व सरकारी स्कूलों में अधिक से अधिक दाखिला करवाने वाली सात ग्राम पंचायतों को सम्मानित भी किया, जिनमें फतेहाबाद जिले की ढांडी इस्सर, ढांडी ढाका, कैथल जिले की तमसपुरा, शिमला, सोलुमाजरा व देवबन तथा जींद जिले की करसिंधु ग्राम पंचायत शामिल हैं। 

‘सक्षम 2.0’ कार्यक्रम के तहत नए कार्यक्रम व एप्स का शुभारंभ 
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर ‘सक्षम 2.0’ कार्यक्रम के तहत नए कार्यक्रम व एप्स का शुभारंभ भी किया, जिनमें मुख्यमंत्री सक्षम छात्रवृत्ति, शिक्षा विभाग के अध्यापकों व अन्य कर्मचारियों की ऑनलाइन सेवा पुस्तिका, सक्षम अध्यापक ऐप्प, सक्षम समीक्षा ऐप्प तथा सक्षम जिला स्कोरकार्ड ऐप्प शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि बोर्ड की 10वीं व 12वीं कक्षा के अव्वल स्थान पर रहने वाले स्कूलों का मूल्यांकन सुपर-100 विद्यालयों के रूप में किया जाएगा और इन्हें मॉडल स्कूल बनाया जाएगा, ताकि सरकारी स्कूलों के मेधावी छात्रों के लिए इंजीनियरिंग शिक्षा के लिए आई.आई.टी., मैडीकल शिक्षा के लिए नीट तथा विधि शिक्षा के लिए क्लैट जैसी प्रवेश प्रतियोगिता की कोचिंग दी जा सके। 

Edited By

Naveen Dalal