स्मॉग से ढका पूरा शहर, वाहन रेंग-रेंग कर चलते आए नजर

10/31/2019 2:01:02 PM

पानीपत (राजेश) : बुधवार को भी स्मॉग का प्रकोप दिनभर छाया रहा। सुबह से ही यातायात के साधनों पर इसका असर पड़ा। वाहन रेंग-रेंग कर चलते हुए नजर आए। वहीं, ट्रेनों में पर भी इसका व्यापक असर पड़ा और ट्रेनें कई लेट रही। इससे यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। वैसे तो सरकार ने वातावरण को साफ-सुथरा रखने के लिए सरकार ने पराली जलाने व दीवाली पर पटाखे जलाने पर बैन लगाया गया था, उसके बाद भी वातावरण में यह आंखों को जलाने वाला धुआं कहां से आ गया।

दीवाली के 2 दिनों बाद शहर में पूरी तरह से धूल भरे वातावरण से समा गया है। गौरतलब है कि नवम्बर का माह शुरू होने वाला है पर क्षेत्र में ठंड का व्यापक असर नहीं हो पा रहा है। कई दिनों से सुबह शाम वातावरण में धुंध जरूर दस्तक दे रही थी लेकिन दिन के समय तापमान में कोई कमी नहीं थी, गर्मी ऐसे ही पसीने छुटा रही थी। बुधवार को वातावरण में चारों तरफ धुंध जैसा वातावरण हो गया।

मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि यह वातावरण में फैली धुंध नहीं हैं बल्कि स्मॉग है, जो कि इस सीजन में पराली जलाने या अन्य पदार्थ जलाने के समय पैदा होती है। दीवाली के बाद यह नजारा आमतौर पर देखने को मिलता है। यह पहले आसमान में एकत्रित होता रहता है बाद में नीचे आ जाता है जिसके कारण धुंध जैसा हो जाता है। इससे आंखों में जलन भी पैदा होती है और इससे दमा, खांसी जैसी बीमारियां भी हो सकती हैं। इसलिए ऐसे वातावरण से सभी को बचकर रहना चाहिए। वातावरण में फैला हुआ इस प्रकोप ने आम जन जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है।

आंखों में हो रही जलन
बाहर निकले लोगों का कहना है कि इस मिस्ट की वजह से आंखों में जलन हो रही है। इससे पता चलता है कि वातावरण में फैली यह स्मॉग लोगों के लिए नुक्सानदायक साबित हो रही है। अगर आगे कई दिन तक ऐसे ही रहा है तो लोगों को सांस लेने में भी काफी परेशानी होगी। दिन भर फैले वातावरण में स्मॉग के प्रभाव से दमा रोगी और दिल की बीमारी वाले लोगों के लिए भी नुक्सानदायक हो सकता है। डा. जोगिन्द्र दुहन का कहना है कि धूल भरे वातावरण के कारण अस्थमा के रोगी को भी परेशानी हो सकती है। 

Isha