अटूट आस्था: 88 की उम्र में भी यह बुजुर्ग ला रहा भोले की कावड़

8/8/2018 11:46:18 AM

पलवल(गुरूदत्ता गर्ग/देवेंद्र कौशिक):  88 वर्ष पार कर चुका यह बुजुर्ग पिछले 17 वर्षों से भोले बाबा की कांवड़ ला रहा है। पत्नी की मौत के दो साल बाद से परिवार की सुख -सम्मति और खुद के मोक्ष की इच्छा लेकर सावन के महीने में कांवड़ लाने का जो सिलसिला शुरू किया था जो अनवरत जारी है। उनकी इच्छा है कि जब तक शरीर में जान है तब तक कांवड़ लेकर आता रहूं।

सावन के महीने में हरिद्वार अथवा गंगोत्री के पवित्र गंगाजल लाकर शिवजी पर चढाने की हिन्दू संस्कृति में बहुत पुरानी परम्परा है। लाखों की संख्या में शिव भक्त शरीर पर कष्ट उठाकर गांव -बस्ती , परिवार और देश की सुख -संपत्ति तथा वंश वृद्धि आदि की मन्नतें लेकर लोग हजारों वर्षों से कांवड़ लेकर आते हैं। यह परम्परा कब से चली आ रही है इसका सटीक समय बताना सम्भव नही है। 

पलवल के अतरचटा गांव निवासी गुरदयाल गर्ग का दावा है कि उनकी उम्र  88 साल सात महीने सात दिन हो चुकी है। पहले 12 बार वह गंगोत्री से कावड लाए थे अब पिछले पांच वर्षों से हरिद्वार से पवित्र गंगाजल लेकर कांवड़ ला रहे हैं। उनका कहना है कि जो भी कोई सच्चे दिल से भगवान का नाम लेता है भोले बाबा उनकी जरुर मदद करते हैं। 300 किलोमीटर दूर से गंगाजल लाकर अपनी आस्था और भगवान में विश्वास के चलते बड़ी हिम्मत दिखाई है। 

Rakhi Yadav