अनिल विज का खौफ, कहीं मंत्री का दौरा कार्यालय में न हो जाए, हर विभाग अलर्ट

11/22/2019 12:44:58 PM

यमुनानगर(त्यागी): गृह व स्वास्थ्य मंत्री के दौरे ने गुरुवार को सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को एक्टिव मोड पर रखा। मंत्री अनिल विज का रादौर विधानसभा व साढौरा विधानसभा में कार्यकर्ताओं के साथ चुनावों को लेकर मंथन था। बस इसी दौरे को लेकर जिले के तमाम अधिकारी व कर्मचारी चाहे, वह किसी भी विभाग से संबंध रखते थे, चौकस रहे। स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी भी 9 बजे तक अपनी अपनी ड्यूटी पर थे। हर किसी को यही खतरा था कि कहीं मंत्री का दौरा उनके कार्यालय में न हो जाए।

मंत्री अनिल विज के दौरे को देखते हुए ही अधिकारियों ने भी कर्मचारियों को हिदायत दी हुई थी कि वे सभी समय पर आएं। अनिल विज सुबह पहले रादौर व उसके बाद साढौरा विधानसभा क्षेत्र पहुंचे, जहां उन्होंने कार्यकर्ताओं की बैठक ली। इस दौरान यमुनानगर के सिविल अस्पताल व थानों में भी सभी अधिकारी एक्टिव मोड पर रहे। 

स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी ने बताया कि उन्हें आज सही समय पर ड्यूटी पर पहुंचने की बात कही गई है। हालांकि वे आए दिन भी समय पर ही ड्यूटी पर जाते हैं लेकिन आज के लिए विशेष रूप से कहा गया था और अपना काम भी अपडेट रखने की बात कही गई थी। पुलिस अधिकारी व कर्मचारी भी अपनी अपनी ड्यूटी पर तैनात रहे। यातायात से संबंधित ड्यूटी दे रहे कर्मचारियों का कहना था कि पता कि कब मंत्री जी का दौरा हो जाए इसलिए हर समय अलर्ट रहने में ही भलाई है।

सड़क पर नहीं दिखे ओवरलोड वाहन
वहीं मंत्री के दौरे के मद्देनजर सड़क से गुरुवार को ओवरलोड वाहन भी गुजरते दिखाई नहीं दिए। सोशल मीडिया पर भी मंत्री अनिल विज के दौरे को लेकर दिनभर चर्चा रही और कहा गया कि यदि मंत्री के दौरे के दिन ओवरलोड पर अंकुश लग सकता है तो आए दिन क्यों नहीं। जबकि आर.टी.ए. विभाग का कहना है कि पिछले एक माह में 45 लाख रुपए के अधिक के वे ओवरलोड के चालान काट चुके हैं। सोशल मीडिया पर लिखा जा रहा है कि इसी तरह यदि ओवरलोड पर आए दिन अंकुश लगे तो बात बने, नहीं तो 4 दिन के बाद फिर वही हाल होगा। लोगों का कहना है कि जब एक मंत्री के दौरे से सब एक्टिव मोड में उस दिन आ सकते हैं हो तो आए दिन क्यों नहीं। 
 

Edited By

vinod kumar