विजय बंसल के प्रयासों से इस गांव में पहली बार बना 12वीं और 10वीं कक्षा का परीक्षा केंद्र
punjabkesari.in Tuesday, Feb 20, 2024 - 04:47 PM (IST)

चंडीगढ़ (चन्द्र शेखर धरणी): पिंजौर ब्लॉक दून क्षेत्र के लगभग 50 गांवो के 12वीं कक्षा के बच्चों के लिए अच्छी खबर है अब उन्हें कई किलोमीटर दूर बने बोर्ड परीक्षा केन्द्रों में परीक्षा देने के लिए नहीं जाना पड़ेगा साथ ही बसोला सीनियर सेकेंडरी स्कूल के दसवीं कक्षा के छात्रों को भी परीक्षा देने पिंजौर या विराटनगर के स्कूलों में परीक्षा केन्द्रों में नहीं जाना पड़ेगा। हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व सचिव एवं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष शिवालिक विकास मंच एडवोकेट विजय बंसल के प्रयासों से ही ये संभव हो पाया है।
हरियाणा शिक्षा बोर्ड ने गांव नानकपुर के सीनियर सेकेंडरी स्कूल में 12वीं कक्षा का परीक्षा केंद्र बना दिया है और शिक्षा बोर्ड चेयरमैन ने यह जानकारी एडवोकेट विजय बंसल को भी दी है। दसवीं कक्षा के बच्चों के लिए गांव नानकपुर में ही परीक्षा केंद्र बनाया जाता रहा है लेकिन शुरू से ही 12वीं कक्षा का केंद्र यहां नहीं बनाया जाता था जिससे बच्चों को परेशानी उठानी पड़ रही थी। इतना ही नहीं गांव बसोला के दसवीं कक्षा के छात्रों को भी परीक्षा देने के लिए पिंजौर या विराटनगर के परीक्षा केन्द्रों में आना पड़ता था अब बसोला के दसवीं छात्रों के लिए भी नानकपुर में ही परीक्षा केंद्र बनाया गया है। बच्चों की उक्त परेशानियों को मध्यनजर रखते हुए एडवोकेट विजय बंसल ने विगत 24 जनवरी 2024 को हरियाणा शिक्षा बोर्ड को लीगल नोटिस भेज कर गांव नानकपुर में ही दसवीं का केंद्र होने के बाद 12वीं का परीक्षा केंद्र क्यों नहीं बनाए जाने का प्रश्न उठाया था और नानकपुर में ही दून क्षेत्र के बच्चों के लिए परीक्षा केंद्र बनाने को कहा था।
दून क्षेत्र वासियों ने विजय बंसल के सफल प्रयासों की प्रशंसा करते हुए एडवोकेट विजय बंसल का आभार प्रकट किया है। इस अवसर पर गांव नानकपुर के सरपंच भूपेंद्र भोला, नानकपुर के पूर्व सरपंच प्रेम सिंह धीमान, धर्मपाल पूर्व सरपंच, बलविंदर सिंह खेड़ा, रिटायर्ड प्रिंसिपल नरेश राणा सीतो माजरा ने एडवोकेट विजय बंसल का आभार प्रकट करते हुए कहा कि एडवोकेट विजय बंसल का केवल शिक्षा क्षेत्र में ही नहीं बल्कि कालका के अन्य सभी विकास कार्यों में भी विशेष योगदान रहा है।
गौरतलब है कि पिंजौर ब्लॉक दून क्षेत्र के गांव नवानगर, नानकपुर, करणपुर और बसोला में 4-4 राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल होने के बावजूद भी 12वीं कक्षा के छात्रों को वार्षिक परीक्षा देने के लिए लगभग 22 किलोमीटर दूर पिंजौर और विराटनगर के स्कूलों में बने हुए परीक्षा केन्द्रों में आना पड़ता था जिससे ग्रामीण बच्चों विशेषकर लड़कियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। यही नहीं कई बार तो ग्रामीण बच्चे परीक्षा केंद्र तक पहुंच ही नहीं पाते और वे परीक्षा देने से वंचित रह जाते थे।
प्रदेश कांग्रेस के पूर्व सचिव एवं शिवालिक विकास मंच प्रदेश अध्यक्ष एडवोकेट विजय बंसल ने बताया कि उक्त समस्या के समाधान के लिए उन्होंने शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर को गत 16 अगस्त को चंडीगढ़ में ज्ञापन दिया था और शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों को कई बार ज्ञापन दिए थे। एडवोकेट विजय बंसल ने बताया कि उक्त समस्या ग्रामीणों ने उनके समक्ष तब रखी थी जब उन्होंने जनसंपर्क अभियान के दौरान दून क्षेत्र के गांवो का दौरा किया था।
एडवोकेट विजय बंसल ने प्रश्न किया कि गांव नानकपुर में आसपास के हाई स्कूल और सीनियर सेकेंडरी स्कूलों के दसवीं कक्षा के छात्रों का वार्षिक परीक्षा केंद्र बनाया जाता है लेकिन यहां पर 12वीं कक्षा का परीक्षा केंद्र क्यों नहीं बन सकता?
विजय बंसल ने बताया कि हिमाचल प्रदेश और पंजाब की सीमा के साथ लगते गांव नवानगर के राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल में साथ लगते पंजाब के कुछ गांवो के बच्चे भी पढ़ने आते हैं पिंजौर ब्लॉक के गांव खोखरा, प्रेमपुरा, खोल फतेह सिंह तक के दुर्गम क्षेत्र में बसे गांवों के बच्चे भी होते हैं और गांव खोखरा पिंजौर से लगभग 20 किलोमीटर दूर है जबकि विराटनगर का सीनियर सेकेंडरी स्कूल पिंजौर से भी लगभग 3 किलोमीटर दूरी पर है। सुबह घर से जल्दी निकल कर परीक्षा केंद्र पहुंचना ग्रामीण बच्चों के लिए बहुत कठिनाई भरा होता है। क्योंकि पहले से ही हरियाणा रोडवेज के कालका बस डिपो में बस सर्विस बेहद कम है। मजबूरन छात्रों को ओवरलोड ऑटो रिक्शा में सफर कर परीक्षा देने के लिए पिंजौर और विराटनगर के सीनियर सेकेंडरी स्कूल में आना पड़ता था।
बता दे कि इससे पूर्व भी एडवोकेट विजय बंसल ने कालका विधानसभा में शिक्षा को बढ़ावा देने और शिक्षण संस्थानों को अपग्रेड करवाने के लिए अनेक कार्य किए हैं जिनमें बीटना स्थित आईटीआई संस्थान, नानकपुर में पॉलिटेक्निक संस्थान, मोरनी में पॉलिटेक्निक संस्थान बनवाने, कालका राजकीय महाविद्यालय में एमए की कक्षाएं आरंभ करवाने, मोरनी, चिकन, खेड़ा वाली आदि स्कूलों में भी परीक्षा केंद्र बनवाने और अनेक स्कूलों को अपग्रेड करवाने जैसे अनेक कार्य किए हैं।