दलित समाज की विरोधी कांग्रेस भगाना, बाबा साहेब को सच्ची श्रद्धाजंलि होगी: सुदेश कटारिया
punjabkesari.in Saturday, Aug 10, 2024 - 07:26 PM (IST)
चंडीगढ़ (चंद्र शेखर धरणी): हरियाणा मुख्यमंत्री के चीफ मीडिया को-आर्डिनेटर सुदेश कटारिया ने कहा है की वे दलित समाज की विरोधी कांग्रेस को भगाने का काम करें । उससे एक एक हिसाब मांगने का समय है। संकल्प लिजिए हम किसी सूरत में इन कांग्रेसियों के झूठे और छल फरेब के जाल में नही आएगे।
सुदेश कटारिया ने कहा की हम सभी परिवार के सदस्य है। वे जीवनभर कोई चुनाव नही लड़ेगे। उन्होंने कहा की कांग्रेसी नेता तरह तरह का नकाब पहनकर भाजपा सरकार से हिसाब मांगते फिर रहे हैं। मेरी अपील है की जब ये कांग्रेसी गांवों और खासकर दलितों के मोहल्लों व बस्तियों में पहुंचें तो उनसे उनके शासनकाल में 2004 से 2014 तक दलितों पर हुए अत्याचारों का हिसाब मांगे। कांग्रेस ने हमेशा दलितों को वोट बैंक के तौर पर इस्तेमाल किया है और हमेशा संविधान निर्माता हमारे बाबा साहेब को अपमानित किया है। इस अपमान का बदला दलितों को वोट की चोट से लेना है। उन्होंने कांग्रेस शासनकाल दलितों पर हुए अत्याचारों को गिनाया। उन्होंने भाजपा शासनकाल में दलितों को मिले सम्मान का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 में जब मनोहर लाल ने मुख्यमंत्री के तौर पर हरियाणा की कमान संभाली तो उस समय प्रदेश का भाईचारा बिगड़ा हुआ था। दलितों को दबंगई सहनी पड़ती थी, यहां तक कई जगह उन्हें पलायन करने पर मजबूर होना पड़ा। मगर मनोहर लाल ने दलितों की पीड़ा को समझते हुए अंत्योदय के तहत न केवल उन्हें आगे बढ़ाने का काम किया, बल्कि मिशन मेरिट पर पढ़े-लिखे और योग्य गरीब युवाओं का सरकारी नौकरी लगने का सपना पूरा किया। सुदेश कटारिया ने दलित सम्मेलन में दलितों को संकल्प लिया कि इस बार कांग्रेस के झूठे मायाजाल में नहीं फंसेंगे और भाजपा को प्रदेश में तीसरी बार सत्ता में काबिज करने के लिए अपना योगदान देंगे। सभी दलितों ने एक स्वर में कटारिया के साथ हाथ उठाकर कांग्रेस को वोट की चोट से बदला लेने का संकल्प लिया।
दलितों को संविधान की रक्षा करने के लिए होना होगा एकजुट
सुदेश कटारिया ने कहा कि दलितों को संविधान की रक्षा करने के लिए एकजुट होना होगा। कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव में संविधान बदलने के नाम पर दलितों को गुमराह करने का षड्यंत्र रचा। इस षड्यंत्र का हरियाणा विधानसभा चुनाव में वोट की चोट से करारा जवाब देना होगा। उन्होंने आगाह किया कि दलितों को सचेत रहना होगा, इस बार भी कांग्रेस उन्हें बहकाने की कोशिश करेगी, लेकिन उन्हें कांग्रेस के बहकावे में नहीं आना है, बल्कि संविधान की रक्षा के लिए वोट करना है।