चर्चित अंशुल हत्याकांड की गुत्थी सुलझी, दोस्त ही निकला हत्यारोपी

5/25/2018 9:10:04 AM

पानीपत(संजीव): पुलिस अधीक्षक द्वारा उरलाना के युवक अंशुल की हत्या के मामले की जांच सी.आई.ए.-वन को सौंपे जाने के 2 दिन के भीतर ही पुलिस ने इस मामले के दोनों आरोपियों को काबू कर लिया है। जांच के दौरान सामने आया है कि मृतक अंशुल ने एक आरोपी की महिला मित्र के बारे में गलत बोल दिया था। इस रंजिश के चलते ही आरोपियों ने अंशुल की हत्या कर दी है। 

यहां यह भी उल्लेखनीय है कि 2 दिन पहले ही इस मामले को लेकर गांव दरियापुर व उरलाना का एक प्रतिनिधिमंडल पुलिस अधीक्षक से मिला और उरलाना चौकी पुलिस व मडलौडा थाना पुलिस पर लापरवाही बरतने के आरोप लगाते हुए कठोर कार्रवाई की मांग की थी। जिस पर जिला पुलिस अधीक्षक ने तुरन्त प्रभाव से उरलाना चौकी प्रभारी को सस्पैंड करने के आदेश जारी कर दिए थे व मामले की जांच सी.आई.ए.-वन को सौंप दी थी। फिलहाल सी.आई.ए. वन पुलिस ने मृतक अंशुल के दोस्त मंजीत व सागर निवासी उरलाना कलां को गिरफ्तार कर लिया है।

सी.आई.ए.-वन टीम प्रभारी इंस्पैक्टर संदीप छिक्कारा ने बताया कि महिला मित्र को गलत शब्द बोलने के बाद उसने अपने दोस्त सागर के साथ मिलकर प्लानिग बना अंशुल की हत्या की वारदात को अंजाम देने बारे स्वीकार किया है। बताया कि गहनता से पूछताछ करने व हत्या की वारदात में प्रयोग किया हथौड़ा व मोटरसाइकिल बरामद करने के लिए शुक्रवार को दोनों आरोपियों को अदालत में पेश कर पुलिस रिमांड लिया जाएगा। आरोपी मंजीत व सागर निवासी उरलाना कलां को वीरवार शाम सैक्टर-18 कट मोड़ जीटी रोड के पास से काबू किया गया है।

पूछताछ में आरोपी मंजीत ने वारदात को स्वीकार किया है कि बीती 13 मई को वे अंशुल को घर से बुलाकर अपनी मोटरसाइकिल पर बैठाकर गांव के पास लगती बुटाना ब्रांच नहर पर ले गए। नहर पर पहुंचने के बाद उन्होंने अंशुल के सिर पर पीछे से हथौड़े से वार कर उसकी हत्या कर दी और पुलिस पकड़ से बचने के लिए शव को नहर मे फेंक दिया। आरोपियों से गहनता से पूछताछ करने व हत्या की वारदात मे प्रयोग हथौड़ा व मोटर साइकिल बरामद करने के लिए शुक्रवार को दोनों आरोपियों को अदालत में पेश कर पुलिस रिमांड लिया जाएगा।

पुलिस की भूमिका पर उठाए थे सवाल
पुलिस पर केस की जांच में लापरवाही का आरोप लगाते हुए मृतक अंशुल के परिजन व दो गांवों के मौजिज लोगों का एक प्रतिनिधिमंडल केस की जांच के संबंध में 22 मई को पुलिस अधीक्षक संगीता कालिया से उनके कार्यालय में मिला और उरलाना चौकी पुलिस व थाना मडलौडा पुलिस की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह लगाया। साथ ही आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी बारे फरियाद की थी। पुलिस अधीक्षक संगीता कालिया ने परिजनों की मांग पर उरलाना चौकी प्रभारी ए.एस.आई. जयवीर को तुरन्त प्रभावी से सस्पैंड कर दिया व जांच सी.आई.ए. वन टीम को सौंप दी थी।
 

Rakhi Yadav