विफल ‘मोदीनोमिक्स’ ने किया अर्थव्यवस्था को तार-तार: सुरजेवाला

9/1/2018 10:45:21 AM

हिसार(अरोड़ा): कांग्रेस के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी रणदीप सिंह सुर्जेवाला ने देश की बिगड़ी अर्थव्यवस्था को लेकर केंद्र सरकार पर बड़ा हमला बोला है। सुर्जेवाला ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियां देश की अर्थव्यवस्था का बंटाधार कर रही हैं। चाहे भाजपा झूठ के कितने ही पुङ्क्षलदे क्यों न बांध ले, सच्चाई यह है कि मोदी सरकार ने देश की अर्थव्यवस्था की लुटिया डुबो दी है और इसकी सारी जिम्मेदारी, नोटबंदी की तुगलकी भूल, त्रुटिपूर्ण जी.एस.टी, बैंकिंग सैक्टर को कमजोर करने और टैक्स टैररिज्म को बढ़ावा देने की है। 

सुर्जेवाला ने जारी बयान में कहा कि रुपया लडख़ड़ाती सांसों के साथ आई.सी.यू में पहुंच गया है। मोदी सरकार अपने कार्यकाल के अंतिम चरण में है। 2014 के लोकसभा चुनावों में36 इंच की छाती द्वारा किए गए सारे बड़े-बड़े लुभावने वादे आज भाजपा की व्याख्या से गायब हो चुके हैं। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी जो 60 सालों में नहीं कर पाई, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी त्रुटिपूर्ण आॢथक नीतियों ने केवल 60 महीनों में कर डाला। 

इसलिए है सरकार जिम्मेदार
सुर्जेवाला ने कहा कि आर.बी.आई की वार्षिक रिपोर्ट, 2017 द्वारा यह साबित हो गया है कि भारतीय अर्थव्यवस्था को पटरी से उतारने का श्रेय ‘नोटबंदी की मोदी निर्मित आपदा’ को जाता है। इसकी वजह से करेंट अकाउंट डेफिसिट (कैड) बढ़ गया और डॉलर के मुकाबले रुपया कमजोर हो गया। बढ़ते व्यापार घाटे के चलते वित्तवर्ष 2019 में करेंट अकाउंट डेफिसिट जी.डी.पी का 2.8 प्रतिशत हो सकता है, जो वित्तवर्ष 2018 में 1.9 प्रतिशत था। इसके अलावा सरकारी और निजी क्षेत्रों में नया निवेश एक समान रूप से बहुत कम रहा। वर्तमान फॉरेक्स रिजर्व (24 अगस्त, आर.बी.आई डेटा) 400 बिलियन अमेरिकी डॉलर के हैं, जो 13 अप्रैल को 426 बिलियन अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 26 बिलियन डॉलर कम हैं। उन्होंने कहा कि आर.बी.आई की वार्षिक रिपोर्ट ने साबित कर दिया कि जब से मोदी सरकार ने सत्ता संभाली है, तब से कुल निर्यात में कमी आई है। इस स्थिति को नोटबंदी की भारी भूल ने और ज्यादा खराब कर दिया। इस वजह से वर्तमान फॉरेक्स रिजर्व भी गिर गया।
 

पैट्रोल-डीजल की कीमतें छू रही आसमान
सुर्जेवाला ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा पैट्रोल-डीजल पर भारी टैक्स लगाए जाने से पैट्रोल और डीजल की कीमतें आसमान छूने लगी हैं। ईंधन पर अब तक का सबसे ज्यादा टैक्स वसूलकर मोदी सरकार 11 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा मुनाफा कमा चुकी है। देश की जनता इस ‘ईंधन की लूट’ के लिए मोदी सरकार को कभी माफ नहीं करेगी और आगामी चुनावों में भाजपा को उचित जवाब देगी। सुर्जेवाला ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष, राहुल गांधी एवं कांग्रेस पार्टी ने मोदी सरकार द्वारा पैट्रोल-डीजल पर भारी टैक्स लगाकर सरकार द्वारा की जा रही मुनाफाखोरी को रोकने तथा देश की जनता की बढ़ती मुश्किलों को कम करने के लिए आवाज उठाई थी,

 लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार ने आम जनता की पीड़ा और दर्द से किनारा करते हुए इस बारे में कोई भी कदम उठाने से इंकार कर दिया। दिल्ली में डीजल का मूल्य बढ़कर 70.26 रु. प्रति लीटर हो गया है, जिससे किसानों की आजीविका पर कड़ी चोट लगी है एवं खाने पीने की चीजों के दाम भी बढ़ गए हैं। दिल्ली में पेट्रोल की कीमतें आसमान पर चढ़कर 78.57 रु. प्रति लीटर हो गई हैं, जिससे आम जनता के लिए आवागमन एवं परिवहन का खर्च बहुत बढ़ गया है।
 

Deepak Paul