मुख्यमंत्री राहत कोष से आर्थिक सहायता लेने के नाम पर फर्जीवाड़ा (VIDEO)

9/1/2018 10:47:34 AM

कैथल(जोगिंद्र कुंडू): मुख्यमंत्री कार्यालय से गंभीर बीमारियों का इलाज करवाने के लिए मिलने वाली आर्थिक सहायता के नाम पर फर्जीवाड़ा करने का मामला सामने आया है। गिरोह के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कैथल सिविल सर्जन डा. सुरेंद्र नैन ने मामले की जांच के लिए एस.पी. कैथल आस्था मोदी को शिकायत दी है। शिकायत मिलने पर 24 नामजद आरोपियों के खिलाफ सिविल लाइन थाने में धोखाधड़ी सहित विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। शिकायतकर्ता डा. सुरेंद्र नैन ने बताया कि उनके पास हरियाणा मुख्यमंत्री राहत कोष से आर्थिक सहायता प्राप्त करने के लिए विभिन्न आवेदन पत्र आए थे। 

उन आवेदनों के साथ विभिन्न विभागों व अस्पतालों के प्रमाण पत्र भी लगाए गए थे। जब उन्होंने उन प्रमाण पत्रों की जांच करवाई तो उनमें अधिकतर फर्जी मिले। सी.एम.ओ. ने बताया कि उन्होंने अपने स्तर पर कुछ संदेहास्पद प्रमाण पत्र की अलग-अलग अस्पतालों द्वारा पूछताछ की तो उसमें गड़बड़ी मिली। प्रमाण पत्रों पर हस्तलेख एक जैसा मिला, प्रमाण पत्र की शैली भी एक जैसी है, बीमारियों के नाम भी वैज्ञानिक नहीं हैं। इसके अलावा अस्पतालों के बारे में विवरण भी सही नहीं मिला। 

सी.एम.ओ. ने शिकायत में संदेह जताया है कि इसके पीछे कोई गिरोह सक्रिय हो सकता है। इसलिए मामले की जांच कर इन प्रमाण पत्रों को तैयार करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाए, ताकि सरकारी राशि का दुरुपयोग रोका जा सके। सिविल लाइन एस.एच.ओ. जसवंत सिंह ने बताया कि पुलिस ने शिकायत के आधार पर प्रेम चन्द निवासी मुंदड़ी, रोहित कुमार निवासी खेड़ी गुलामअली, सीता देवी निवासी गांव मुंदड़ी, विधा देवी निवासी चीका, दिव्या निवासी कालूवाली गामड़ी पट्टी अफगान कैथल, दीपा निवासी गामड़ी पट्टी अफगान कैथल, हरिश निवासी नानकपुरी कालोनी कैथल, शांति निवासी गांव किच्छाना, संतरो निवासी गांव टीक, मोमन राम, संतरो निवासी मुदड़ी, पानो देवी निवासी अजीतगढ़, राममेहर निवासी वार्ड नंबर 6 चीका, बीरो बाई, खजानी देवी निवासी प्यौदा, बिमला निवासी नानकपुरी कैथल, मिलखा सिंह निवासी कांगथली, उदय सिंह निवासी पोलड़, राजो देवी चीका, गीता देवी निवासी नानकपुरी कालोनी कैथल, चंद्रभान निवासी पोलड़ मंडी, मूर्ति निवासी नानकपुरी कालोनी कैथल, संतोष निवासी मुदड़ी, सुरेश कुमार निवासी धर्मपुरा के प्रमाण पत्र संलग्र किए गए हैं, जिसमें यह फर्जीवाड़ा मिला है। इस फर्जीवाड़े के पीछे कोई गिरोह शामिल है, उसकी भी पुलिस जांच करेगी

यह है प्रक्रिया
कैंसर, हृदय रोग व गुर्दे के रोगों बीमारियों के इलाज के लिए आर्थिक रूप से कमजोर लोगो को  मुख्यमंत्री राहत कोष से आर्थिक सहायता दी जाती है। जरूरतमंद मरीज को इसके लिए डीसी कार्यालय में आवेदन करना होता है। डीसी के आदेश पर इसके लिए सिविल सर्जन से बीमारी की स्थिति एवं तहसीलदार से आवेदक की आर्थिक स्थिति की पुष्टि की जाती है। इसके बाद ही मुख्यमंत्री सैल में रिपोर्ट भेजी जाती है। आवेदक जिस अस्पताल से भी इलाज करवा रहा होता है उस अस्पताल की ओर से खर्चे का अनुमान का प्रमाण पत्र भी साथ लगाया जाता है। और पूरी जांच प्रक्रिया के बाद यह सहायता राशि दी जाती है 

Deepak Paul