ठगी करने वाले फर्जी काल सैंटर का पर्दाफाश, कई उपकरण किए बरामद

1/25/2020 12:14:15 PM

गुडग़ांव (ब्यूरो) : वीआईओपी (वॉयस ओवर इंटरनेट प्रोटोकाल) कॉल के जरिए विदेश में बैठे लोगों से ठगी करने वाले एक फर्जी कॉल सैंटर का खुलासा गुडग़ांव की साइबर क्राइम पुलिस ने किया है। कॉल सैंटर में काम करने वाले अमेजॅन र्आएनसी अकाउंट में पैसे रिफंड कराने और कई फर्जी तरीकों से ये धोखाधड़ी के जरिए पैसे कमाते थे। कॉल सैंटर से पुलिस ने तीन सीपीयू की हार्ड डिस्क व स्क्रिप्ट के फोटो बरामद किए हैं।

एसीपी डीएलएफ करण गोयल ने बताया कि साइबर क्राइम थाना पुलिस को सूचना मिली कि उद्योग विहार फेज-4 में एसजेई एक्सपर्ट्स प्रा.लि. नाम की कंपनी की पहली मंजिल पर फर्जी तरीके से कॉल सैंटर चलाया जा रहा है। सूचना के बाद औपचारिकताओं को पूरा करते हुए साइबर क्राइम थाना की टीम वहां पर दबिश दी। छापामारी के दौरान पुलिस ने देखा कि वहां पर करीब 30 की संख्या में कर्मचारी फोन पर बात कर रहे हैं।

वहां काम कर रहे कर्मचारियों से कॉल सैंटर चलाए जाने के कागजात व लाइसेंस पुलिस ने मांगा तो वे कुछ नहीं दिखा पाए। कर्मचारियों ने पुलिस को बताया कि यह कॉल सैंटर उमेश शर्मा, मोनिष व विशाल द्वारा चलाया जा रहा है।

इस तरह की जाती थी धोखाधड़ी
कॉल सैन्टर पर काम कर रहे सभी कर्मचारियों ने बताया कि उमेश शर्मा व उसके साथियों द्वारा विदेशी लोगों को टेक्स्ट/वॉइस मैसेज भेजे जाते है। मैसेज भेजने के बाद विदेशी लोगों के द्वारा इस कॉल सेंटर के टोल फ्री नंबर पर कॉल आती है। जिसको कॉल सेंटर में काम करने वाले एजेंटस के द्वारा कॉल को रिसीव करके उमेश शर्मा व उसके साथियों के द्वारा उपलब्ध करवाई गई स्क्रिप्ट अमेजॅन र्आएनसी अकाउंट में रुपए रिफंड करने बारे व एन अनयूजुअल एक्टिविटी वाज रिसेंटली रजिस्टर्ड ऑन योर अमेजन अकाउंट बतलाकर उस अनयूजुअल एक्टिविटी को ठीक करने क्लीन करने की सर्विस उपलब्ध करने के नाम पर विदेशी लोगों से धोखाधड़ी की जाती है। एसीपी डीएलएफ ने बताया कि कॉल सेंटर के मालिकों की गिरफ्तारी के लिए संभावित जगहों पर छापामारी की जा रही है।

Isha