अताशा सुसाइड मामला: परिवार वालों को 22 दिनों बाद भी नहीं मिला इंसाफ

11/17/2017 5:29:42 PM

करनाल(कमल मिड्डा):करनाल में दहेज लोभी ससुरालियों से तंग अाकर महिला ने फंदा लगाकर अात्महत्या कर ली। घटना के 22 दिनों बाद भी अताशा के परिजनों को इंसाफ नहीं मिला है। परिजनों ने पुलिस की सुस्त कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं। उन्हंने बताया कि अथाशा का पती एसडीओ है और उसका पिता नगर निगम में सुपरिंटेंडिंग इंजीनियर है जिसके कारण पुलिस अपनी जांच में कोताही बरत रही है। 

जानकारी के मूताबिक पुलिस ने उत्तर प्रदेश के शामली, कैथल जिले के करोड़ा गांव में दबिश देने के बाद अब अंबाला व चंडीगढ़ में छापेमारी की थी। हालांकि घटना के इतने दिन बितने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं। आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर परिजनों ने राज्यमंत्री नायब सिंह सैनी व पुलिस के आलाधिकारियों से गुहार लगाई थी

उल्लेखनीय है कि 22 अक्टूबर को एसई महीपाल की पुत्रवधु अताशा ने अशोका नर्सरी स्थित अपने घर में फांसी लगा ली थी। अताशा के पिता मनोज ने पति व ससुराल वालों पर दहेज के लिए प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की थी जिसके बाद करनाल पुलिस ने मनोज की शिकायत पर करनाल नगर निगम के वरिष्ठ अधिकारी महीपाल उसकी पत्नी शीला व पुत्र प्रणव के खिलाफ मामला दर्ज किया था।

जांच अधिकारी सतपाल सिंह ने बताया कि अारोपियों को पनाह देने के अारोप में पुललिस ने दो रिश्तेदारों को गिरफ्तार कर अारोपी एसडीओ प्रणव तथा शामली में बिजली निगम के उच्चाधिकारियों को दी जा चुकी है। जिसके बाद पिता-पुत्र ने अपने-अपने कार्यालय से मेडिकल लीव की मांग की थी। दोनों के खिलाफ वारंट निकलने पर अधिकारियों ने उनकी छुट्टी नामंजूर कर दी । ऐसे में एसई व एसडीओ दोनों अपने-अपने कार्यालय से गैर-हाजिर चल रहे हैं !