पति की बुरी लतों से उजड़ने की कगार पर पहुंचा परिवार, महिला ने थाने पहुंचकर घर बचाने की लगाई गुहार
9/12/2020 2:17:07 PM
पानीपत : थाने में पहुंचकर एक महिला ने अपने पति, सास, ननद व ननदोई पर उत्पीडन के आरोप लगाते हुए शिकायत दी है कि महिला का आरोप है कि कार व 5 लाख की मांग को लेकर पति ने उसे तथा उसकी बच्ची को घर से निकाल दिया है। महिला थाना में आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज करके पुलिस ने जांच शुरु कर दी है।
28 वर्षीय महिला ने थाने को दी शिकायत में बताया कि उसकी शादी के 5 साल पहले सन्नी के साथ हुई थी। शादी के महज 7 दिन बाद ही पति, सास, ननद व ननदोई ने उसे दहेज के लिए प्रताड़ित करना शुरु कर दिया कि वे दहेज में कार और 5 लाख रुपए नकद की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन उसके भाइयों ने महज मोटरसाइकिल ही दी है। साथ ही आरोपियों ने उस पर उक्त मांगों को पूरा करवाने का दवाब बनाया। जब उसने कहा कि मायके वाले पहले ही हैसियत से बढ़कर शादी पर खर्च कर चुके है तथा वे मांग पूरी करने की स्थिति में नहीं है तो आरोपियों ने उसके साथ मारपीट की तथा धमकी दी कि यदि उनकी मांगे पूरी नहीं हुई तो वह उसका जीवन नर्क बना देंगे।
महिला का आरोप है कि उसकी ननद व ननदोई की ससुराल में ज्यादा दखलअंदाजी है तो ले अक्सर उसकी ससुराल आदि उसे प्रताड़ित करवाते है। साथ ही उसका पति भी शराब पीने का आदी है तथा क्रिकेट पर सट्टा भी लगाता है। जिसके लिए पति ने काफी लोगों से ब्याज पर कर्जा भी ले रखा है। नशे की हालत में पति द्वारा अक्सर उसके साथ मारपीट की जाती थी। शादी के करीब एक साल बाद जब उसे बेटी पैदा हुई तो आरोपियों के अत्याचार पहले से ओर ज्यादा बढ़ गए। जब उसकी बेटी 1 साल की थी तो ननद ननदोई उसके ससुराल आए। जिन्होंने पति व सास के साथ घर से बाहर निकाल दिया। मामले को लेकर अगले ही दिन उसके मायके वालों ने एक पंचायत बुलाई जिसमें आरोपी शामिल हुए। जहां पति सहित सभी आरोपियों ने अपनी गलती मानी तथा भविष्य में कार व 5 लाख रुपए के लिए तंग न करने का आश्वासन दिया।
पंचायत में पति ने खुलासा किया कि क्रिकेट पर सट्टा लगाने के चलते वह भारी कर्ज में डूबा हुआ है तथा लोग उसे परेशान कर रहे है। जिस पर उसने 5 लाख रुपए की मांग की तथा वायदा किया कि वह भविष्य में सभी बुरी लत छोड़ देगा। जिस पर उसके मायके वालों ने 3 लाख रुपए आरोपी पति को दिए तथा वह उसे अपने साथ ससुराल ले गया। लेकिन वहां सभी ने उससे बातचीत करना गवारा नहीं किया तथा स्पष्ट तौर पर कहा कि जब तक बकाया 3 लाख नहीं मिलेंगे वह उससे कोई व्यवहार नहीं रखेंगे।