कानपुर एनकाउंटर: हरियाणा पुलिस की बड़ी कामयाबी, विकास दुबे के करीबी सहित 3 साथी गिरफ्तार

7/8/2020 2:49:33 PM

फरीदाबाद(अनिल राठी): यूपी का मोस्ट वांटेड हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे हरियाणा के फरीदाबाद में नेशनल हाईवे के पास एक होटल में रुका हुआ था। उसके साथ 3 और साथी ठहरे थे। विकास फरीदाबाद में रहने वाले अपने एक परिचित की मदद से दिल्ली की कोर्ट में समर्पण करने की तैयारी में था। 

फ़रीदाबाद से गिरफ्तार किए गए विकास दुबे के रिश्तेदार श्रवण और अंकुर जिसमें श्रमण पिता है और अंकुर उनका बेटा है। इन्हीं के मकान में विकास दुबे ने शरण ली थी और इसी सूचना के आधार पर फरीदाबाद पुलिस की टीम ने इस घर पर दबिश दी हालांकि उस दौरान विकास दुबे फरार हो चुका था जबकि विकास को शरण देने के आरोप में श्रवण और उनके बेटे अंकुर को गिरफ्तार किया गया है। फरीदाबाद से पुलिस ने होटल से कार्तिकेय उर्फ़ प्रभात की गिरफ्तारी की है। कानपुर गोलीकांड में प्रभात विकास दुबे के साथ ही था, प्रभात के पास से मौके पर 4 हथियार बरामद हुए हैं जिसमें 2 सरकारी पिस्टल यूपी पुलिस की है। 
 


विकास के यहां छुपे होने की सूचना के बाद ही फरीदाबाद पुलिस ने यहां दबिश दी हालांकि दबिश के दौरान विकास दुबे यहां से फरार हो गया जबकि उसके साथी प्रभात ने पुलिस पर फायरिंग की। प्रभात को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। विकास के रिश्तेदार श्रवण और अंकुर को पुलिस ने विकास को शरण देने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया।

इसके अलावा पूछताछ करने पर पता लगा कि विकास दुबे फरीदाबाद में ही हाईवे के करीब बने ओयो गेस्ट हाउस में कमरा लेने के लिए पहुंचा था, लेकिन आईडी ना होने की वजह से उसे कमरा नहीं मिला। फिलहाल पुलिस इस मामले में पूरी तरह चुप्पी साधे हुए हैं। श्रवण के पड़ोसियों के मुताबिक उन्हें शाम को सूचना मिली कि यहां पुलिस आई है। जब उन्होंने बाहर निकल कर देखा फिर दो-तीन पुलिस वाले ही थे और बाकी पुलिस टीमें जा चुकी थी। इन तीन आरोपियों में एक विकाद दुबे का खास और इस हत्याकांड में नामजद बताया जा रहा है। 


सूत्रों के मुताबिक हरियाणा के फरीदाबाद में विकास दुबे 2-3 दिन रुका था, इसके साथ ही वह नहर पार की न्यू इंदिरा कॉलोनी में अपने कुछ दूर के रिश्तेदारों के घर भी गया था। हालांकि छापेमारी के दौरान विकास दुबे पुलिस के हाथ नहीं लगा लेकिन सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया।


क्या है मामला 
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले की रात चौबेपुर के बिकरू गांव में हत्या के प्रयास के मामले में हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को गिरफ्तार करने गई पुलिस टीम पर बदमाशों ने फायरिंग की थी। इस हमले में पुलिस उपाधीक्षक बिल्हौर देवेंद्र कुमार मिश्र के अलावा शिवराजपुर के थाना प्रभारी महेश यादव,मंधना चौकी प्रभारी अनूप कुमार, शिवकराजपुर थाने में तैनात उपनिरीक्षक नेबूलाल,चौबेपुर थाने में तैनात कांस्टेबल सुल्तान सिंह ,बिठूर थाने में तैनात कांस्टेबल राहुल,जितेंद्र और बबलू शहीद हो गये थे जबकि घटना में सात पुलिसकर्मी घायल हो गये थे। 


विकास दुबे का करीबी अमर दुबे ढेर
बताया जा रहा है कि विका दुबे का करीबी अमर दुबे भी उसके साथ फरीदाबाद में ही था। लेकिन एसटीएफ के दबाव में उसे वहां से भागना पड़ा. वह हमीरपुर के मौदहा स्थित अपने रिश्तेदार के यहां छिपने जा रहा था। एसटीएफ ने विकास दुबे के सभी करीबियों और रिश्तेदारों के यहां नजर बना रखी थी। जब पुलिस और एसटीएफ ने उसे घेरा तो उसने तमंचे से फायरिंग शुरू कर दी जिसके बाद जवाबी फायरिंग में वह ढेर हो गया।

 

 

Isha