जानिए कैसे हो रहा पंचायत विभाग के अधिकारियों द्वारा पैसे का दुरुपयोग

2/22/2017 4:55:32 PM

फरीदाबाद (देवेन्द्र कौशिक):सरकार चाहे पंचायतों के विकास के लिए कितने ही ग्रांट क्यों न दे दे, लेकिन उस पैसे का पंचायत विभाग के अधिकारी किस तरह दुरुपयोग करते हैं, इसका जीता जागता उदाहरण गांव मोठूका की पंचायत में देख सके सकते हैं। 15 दिन पहले बनाई गई लाखों रुपए की सड़क पर अधिकारियों की मिलीभगत से तोड़ कर उस पर अब गंदे पानी की निकासी के लिए पाइप लाइन डालने का काम शुरू कर दिया है। इतना ही नहीं अधिकारियों की लापरवाही से गांव का एक मकान पूरी तरह से गिर गया। जबकि और कई मकान गिरने की कगार पर है। पंचायत विभाग में कहने को तो इंजीनियरों की फ़ौज खड़ी कर रखी है, लेकिन ये इंजीनियर किस तरह से अपनी इंजीनियरिंग दिखा रहे हैं वह सब कुछ मोठूका गांव में चल रहे विकास कार्यों को देख कर पता चलता है। मामला सामने आने पर अब अधिकारी इस मामले में अनभिज्ञता जाहिर कर रहे हैं।

दिखाई दे रहा नजारा यमुना किनारे लगे मोटूका गांव का है, जहां पंचायत विभाग ने 15 ही दिन पहले सड़क का काम शुरू किया था। अभी सड़क का काम पूरा भी नहीं हुआ था कि न जाने अधिकारियों के मन में क्या आई, इस सड़क को खोदकर गंदे पानी की निकासी के लिए पाइप लाइन डालने का भी काम शुरू हो गया। इतना ही नहीं इस सड़क के पड़ोस में कुछ टॉयलेट्स बनाने का काम भी पंचायत द्वारा शुरु किया गया, लेकिन इस काम को इस तरह से अंजाम दिया गया कि लोगों की सुरक्षा को ही खतरे में डाल दिया। टॉयलेट बनाने के लिए की गई खुदाई ने एक मकान को नेस्तनाबूद कर दिया हालांकि इस घटना में किसी को चोट लगने का कोई समाचार नहीं है।

सड़क बनाने से पहले नाली की खुदाई का भी काम अधिकारियों ने शुरू करवा दिया था, लेकिन उस काम को बंद करवा कर पहले सड़क बनाई गई और उसके बाद सड़क खुदवाई गई तथा उसके बाद दोबारा पाइप लाइन डालने का काम शुरू कर दिया गया। टॉयलेट बना रहे कर्मचारी की माने तो खुदाई करते समय यह मकान खुदाई करने के दो-तीन घंटे बाद गिरा है। गांव के पूर्व सरपंच राजवीर विधूड़ी ने कहा कि पंचायत के पास जमा पैसे को खत्म करने के लिए अनाप-शनाप काम किए जा रहे हैं जिससे पंचायत और ग्रामीणों का नुकसान हो रहा है। खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी उपमा अरोड़ा ने कहा कि अब तक यह मामला मेरे संज्ञान में नहीं था लेकिन अब यह मामला संज्ञान में आने के बाद इस मामले की जांच की जाएगी तथा दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।