पुलिस कर्मचारियों के सामने धान की पराली जलाता रहा किसान, ना रोका ना टोका

11/1/2020 2:17:08 PM

गोहाना (सुनील): सुप्रीम कोर्ट के आदेश और सरकार की सख्ती के बाद भी किसान धान की पराली जला रहे हैं। गोहाना के गांव रूखी में नेशनल हाईवे रोहतक-पानीपत के पास पुलिस पीसीआर के होते हुए किसान पराली पराली जला रहा था। पुलिस कर्मियों से जब इस बारे पूछा गया कि आपके सामने पराली जल रही तो जवाब मिला हमारी ड्यूटी तो पायलेट की। वहीं जब कंट्रोल रूम में सूचना देने को कहा तो वह चुपी साध कर गाड़ी में बैठ गए और किसान उनके सामने धान की पराली को जलाता रहा। 

सरकार के दावों को पुलिस ही फैल कर रही है तो ऐसे में कैसे पराली जलाने के मामले रुकेंगे, यह एक बड़ा सवाल खड़ा हो जाता है। धान की पराली जलाने से उत्तर भारत में धुएं के कारण प्रदूषण बढ़ रहा है। पराली जलाने के मामले लगातार सबसे ज्यादा सोनीपत जिले में आ रहे है। पंजाब, हरियाणा और यूपी के किसानों द्वारा धान की पराली जलाने से दिवाली के पास प्रदूषण की समस्या हर साल बन जाती है। इस बार भी वायू प्रदूषण हर साल बढ़ता ही जा रहा है। इस प्रदूषण से कोविड-19 के मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी होने का भी अंदेशा है।

वहीं इस बारे सहायक कृषि अभियंता नवीन हुड्डा ने बताया कि धान की पराली जलाने को लेकर पाबन्दी लगाई हुई है। जो भी किसान धान की पराली जलाता है उसके खिलाफ कार्यवाही की जाती है। वैसे भी किसानों को पराली नहीं जलाने पर जागरूक किया है।

vinod kumar