किसान नेता राकेश टिकैत का बड़ा ऐलान, मोदी के बाद खट्टर की बारी
1/5/2021 5:32:28 PM
रोहतक (दीपक): केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संगठनों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। दिल्ली के बाद अब किसान संगठन चंडीगढ़ का घेराव करेंगे। मंगलवार को भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने ऐलान करते हुए कहा कि दिल्ली के बाद चंडीगढ़ की बारी है। क्योंकि मनोहर लाल खट्टर सरकार ने किसानों पर लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़कर अपनी ताकत दिखाई है, इसका जवाब हम मनोहर लाल खट्टर से लेंगे।
टिकैत ने कहा कि सरकार किसानों को बहका कर बात कर रही है, लेकिन अब किसान किसी कीमत पर मानने को तैयार नहीं है। अगली बातचीत में सरकार कानूनी वापसी करने का एजेंडा लेकर आए। क्योंकि कानूनों में बदलाव के कागजात तो किसानों ने फाड़ दिए हैं। उन्होंने कहा कि किसान सरकार से बातचीत करने को तैयार हैं, लेकिन अगर कानून वापस नहीं हुए तो 26 जनवरी को किसान राजपथ पर परेड करेगा। इसके लिए 23 जनवरी से इसकी रिहर्सल शुरू कर दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि भारत सरकार के बजट सत्र को भी वह देखेंगे कि कौन से विपक्षी नेता किसानों के समर्थन में आवाज उठाते हैं, वहां पता चल जाएगा कि कौन सी पार्टी किसान विरोधी है और कौन सी पार्टी किसानों के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि सरकार को टाइट करने की जरूरत है।
वहीं उन्होंने हरियाणा सरकार को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि हमारी मनोहर सरकार से कोई लड़ाई नहीं है। लेकिन किसानों और केंद्र सरकार के बीच में मनोहर लाल खट्टर अड़चनें पैदा कर रहे हैं, बेवजह किसानों पर लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़े जा रहे हैं। इसका जवाब भी हम मनोहर लाल खट्टर से लेंगे और दिल्ली का फैसला हो जाने के बाद अगली बारी चंडीगढ़ की है। वहीं उन्होंने किसानों से अपील की कि धरना स्थल पर या अन्य जगह आत्महत्या ना करें आत्महत्या करने से लड़ाई नहीं जीती जाती है।