किसान आंदोलन : कुंडली बार्डर में किसानों का सत्याग्रह, सरकार को सद्बुद्धि के लिए रखा उपवास

1/31/2021 9:39:49 AM

सोनीपत : महात्मा गांधी की पुण्यतिथि के मौके पर आंदोलनरत किसानों ने कुंडली बार्डर समेत सभी धरनों पर एक दिन का उपवास रखा। इस दौरान उन्होंने शांति और सद्भाव बनाए रखने की अपील करते हुए भगवान से सरकार को सद्बुद्धि देने की कामना की ताकि सरकार किसान के प्रति नरम रवैया अपनाते हुए इन 3 कानूनों को रद्द करे और एम.एस.पी. पर लिखित गारंटी दे। इसके साथ-साथ किसानों ने सिंघु बार्डर पर शनिवार को हुई मारपीट की कड़ी निंदा करते हुए इसे भाजपा और संघ की साजिश बताया है। किसान नेताओं ने कई भाजपा नेताओं के नाम बताते हुए पुलिस में लिखित शिकायत दी है। किसान नेताओं ने कहा कि अब जल्द ही संयुक्त मोर्चा की बैठक बुलाकर आंदोलन की अगली रणनीति की घोषणा की जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार ने बातचीत का रास्ता बंद किया है, संगठन हमेशा सरकार के बुलावे पर गए हैं लेकिन सरकार की नीयत और नीति दोनों ही स्पष्ट नहीं हैं इसलिए मसले का हल नहीं निकलता दिखता।

भाजपा के पूर्व विधायक और संघ सदस्यों पर हो कार्रवाई
किसान मजदूर संघर्ष समिति पंजाब के प्रदेशाध्यक्ष सतनाम सिंह पन्नू, महासचिव सरवन सिंह पंढेर और वरिष्ठ उपाध्यक्ष स्वर्ण सिंह ने सिंघु बार्डर पर किसानों पर हमला करने के लिए भाजपा और संघ के सदस्यों को जिम्मेदार ठहराया है। इसके अलावा उन्होंने कई युवा सदस्यों को जबरन उठाने का आरोप भी पुलिस पर लगाया है। यहां पत्रकारों से बातचीत में किसान नेताओं ने बताया कि शनिवार को भाजपा के पूर्व विधायक नीलदमन खत्री, भाजपा जिलाध्यक्ष नरेला अमित कालिया, घोघा गांव के रवि भारद्वाज, प्रदीप खत्री ठोलेदार के नेतृत्व में किसानों पर शरारती तत्वों ने हमला किया।

पुलिस ने अभी तक इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है। इसके विपरीत किसानों के खिलाफ धारा 307 के तहत मुकद्दमा दर्ज किया है। उन्होंने कहा कि वे पहले ही हमलावरों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए आवेदन कर चुके हैं लेकिन पुलिस ढील बरत रही है। अब वे कानून का सहारा लेकर कोर्ट का दरवाजा खटखटाने को मजबूर हैं। वहीं इस घटना से आक्रोश फैल गया है। इससे पंजाब और हरियाणा व देशभर के किसान ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में दिल्ली की ओर मार्च कर रहे हैं। इससे आंदोलन को और बल मिला है।

इस नंबर पर दें लापता लोगों की जानकारी
गणतंत्र दिवस ट्रैक्टर परेड के बाद से सैंकड़ों किसान लापता हैं जिनका कोई पता नहीं चल पा रहा है। न तो पुलिस इनके बारे में कुछ बता रही है और न ही ये लोग लौट कर अपने घर पहुंचे हैं। ऐसे में कियान यूनियन ने शनिवार को हैल्पलाइन नंबर जारी किया है। इस नंबर 9315848586 पर ऐसे लोगों की जानकारी दी जा सकती है। वहीं किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि आंदोलनकारियों पर जो भी मुकद्दमे हुए हैं उन सबके केस किसान यूनियन लड़ेगी और उसका खर्च भी किसान यूनियन उठाएगी। देश के अलग-अलग हिस्सों में किसान आंदोलन हो रहा है। इस दौरान 26 जनवरी को कई जगह मुकद्दमे दर्ज हुए हैं और कई लोग गायब भी हैं। इनके बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है। ऐसे में परिजन लापता लोगों की या पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए लोगों की पूरी जानकारी यूनियन को दें। यूनियन ने इसके लिए पदाधिकारी हरपाल को नियुक्त कर दिया है जो पूरा मामला देखेंगे।
 

Manisha rana