किसान के बेटे ने बढ़ाया मान, ऊंची चोटियों पर चढ़ फतेह कर रहा हासिल, डिप्टी सीएम ने की ये घोषणा

8/24/2022 12:15:57 PM

सोनीपत (सन्नी) : सोनीपत जिले के गांव मटिण्डू में किसान के बेटे ने पर्वतारोही बन अलग ही मिसाल पेश की है। बता दें कि नितेश दहिया ने बारहवीं कक्षा के बाद सरकारी नौकरी पाने में असफल रहे तो बिना अनुभव के ही पर्वतारोहण का रास्ता अपना लिया और अब पर्वतारोही बन प्रदेश में जिले का नाम रोशन कर रहे हैं। शुरुआत में तो उसने अपने घर और साथियों से कर्ज उठाकर ही रास्ता तय किया, लेकिन अब हरियाणा सरकार के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने घोषणा की है कि नीतीश को एक सरकारी नौकरी और 5 लाख रुपये दिए जाएंगे।



जानकारी के मुताबिक नितेश दहिया का जन्म 5 अगस्त 1999 को हुआ था। नितेश के पिता राजवीर सिंह एक किसान है और मां सुनीता देवी घर में कपड़े की दुकान से घर का गुजारा चला रही है। नितेश की दो बहने हैं और नितेश ने अभी तक स्नातक की पढ़ाई की है। हरियाणा के गांव मटिण्डू मे एक छोटे किसान परिवार में जन्मा यह लड़का दुनिया भर में अपने देश, समाज, गांव, साथियों व परिवार का नाम रोशन कर रहा है। मात्र 16 साल की आयु में समाज सेवा करनी शुरू की। नितेश ने अनेकों धार्मिक भव्य यात्राओं का नेतृत्व किया। वहीं सैकड़ों युवाओं को धर्म के प्रति, देश के प्रति जागरूक किया। सरकारी नौकरी में असफल व देश के प्रति कुछ अलग करने की भावना को लेकर 16 अक्टूबर 2021 में बिना किसी अनुभव के होते हुए पर्वतारोहण के क्षेत्र में कदम रखा। 



बता दें कि सबसे पहले नितीश दहिया ने उत्तराखंड के उत्तरकाशी में स्थित 'नेहरू इंस्टीट्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग' में एक महीने की कड़ी मेहनत करके अपना पहला पढ़ाव बैसिक माउंटेनरिंग कोर्स को ए ग्रेड के साथ पूरा किया। सबसे पहली उपलब्धि 26 जनवरी 2022 को अफ्रीका महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी माउंट किलिमंजारो पर 4 दिन में 2 बार तिरंगा फहराकर दुनिया का सबसे कम उम्र का व भारत का पहला पर्वतारोही होने का खिताब अपने नाम किया।



दूसरी उपलब्धि 'इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड' में नाम दर्ज हुआ। तीसरी उपलब्धि 20 मई 2022 को दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहराया। चौथी उपलब्धि 21 जून 2022 को एक महीने के अंदर ही यूरोप महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी माउंट एलब्रुस (रशिया देश में) पर तिरंगा फहराकर भारत का नाम दुनिया भर में रोशन किया। अभी उम्र बहुत छोटी और जज्बा जनून बहुत बड़ा है। वहीं नितेश का मकसद दुनिया के सभी महाद्वीपों की सबसे ऊंची चोटियों पर अपने देश का झंडा फहराना है।



नितेश दहिया ने बताया कि करीब 2 महीने की कड़ी मेहनत के बाद उसने 20 मई को दुनिया की सबसे बड़ी चोटी माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहराया है, मैंने 5 दिन में ही माउंट एवरेस्ट को फतह कर लिया, उन्होंने कहा कि इस कॉलेज में पढ़ रहा था वहां पर शिखर नाम की एक मैगजीन थी उसमें माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई करने वालों के किस्से छप रहे थे जिससे मैंने प्रेरणा ली और उसके बाद मैंने यह सोचा कि दुनिया के सबसे बड़े शिखर पर एक दिन तिरंगा फहराना है, उन्होंने जब वह माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई कर रहा था तो ऑक्सीजन की कमी उसको वहां पर महसूस हो रही थी और मरने का खतरा लगातार बढ़ रहा था, हमें एक एक कदम सोचकर आगे रखना पड़ रहा था क्योंकि जहां पर बर्फ पड़ी थी उससे आगे का नहीं पता था कि वहां पर बर्फ है या फिर खाई, उन्होंने कहा कि जब वह माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई कर रहा था तो उसके परिवार के साथ साथ देशवासियों का उसके साथ सहयोग रहा कि उसने दुनिया की सबसे बड़ी चोटी को फतह किया।

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Content Writer

Manisha rana