किसान की गेहूं की फसल पकने को तैयार, मौसम विभाग की भविष्यवाणी से चिंतित हुआ भूमिपुत्र

3/14/2023 12:25:42 PM

ऐलनाबाद (सुरेन्द्र सरदाना) : पुराने समय कहा जाता था कि बैसाखी आएगी, गेहूं कटाएगी। यानी बैसाखी के दिन किसान अपने खेत में दराती से अपने खेतों में गेहूं की कटाई शुरू कर देता था और एक लंबे अंतराल तक गेहूं की फसल के लिए कड़ी मेहनत कर जदोजहद करता। जैसे ही समय ने करवट ली और मशीनों का आगाज़ हुआ तो यह दराती से मजदूरों द्वारा काटी जाने वाली गेहूं अब कम्बाइनों से काटी जाने लगी है और बैलों से की जाने वाली गेहूं की बिजाई भी अब मशीनों से होने लगी है जो समय पर ही हो जाती है। स्वभाविक है कि अगर बिजाई पहले होगी तो गेहूं की कटाई भी समय से पहले होने लगी है। यानी कि अब गेहू की कटाई बैसाखी यानी 13 अप्रैल की बजाए अप्रैल की दो या तीन तारीख को ही कटाई शुरु की जाने लगी है।


विभाग की भविष्यवाणी को लेकर भूमिपुत्र हुआ चिंतित 

इसी कड़ी में इस साल भी किसान की गेहूं की फसल पकने को तयार है। क्षेत्र के जागरूक किसान राजकुमार कुकड़ेजा जो किसान नेता के नाम से भी जाना जाता है। उनका कहना है कि उनके क्षेत्र में गेहूं की कटाई तकरीबन दो या तीन अप्रैल को मशीनों से कटाई शुरू हो जानी है। इस वर्ष गेहूं की फसल का रुझान बहुत अच्छा है और किसान की टकटकी अपनी फसल पर लगी है लेकिन चंडीगढ़ मौसम विभाग सेंटर के निदेशक मनमोहन सिंह द्वारा बताए गए मौसम के पूर्वानुमान को लेकर धरती पुत्र चिंतित हो गया है। 


बताई बारिश की संभावना

चंडीगढ़ सेंटर द्वारा बताया गया है कि 16 मार्च की रात्रि को पश्चिम विक्षोभ आ रहा है जो कि इस माह का यह तीसरा विक्षोभ है। मौसम विभाग द्वारा कुछ इलाकों में 16 मार्च की मध्य रात्रि और कुछ इलाकों में 17 मार्च को बारिश की सम्भावना बताई है। इसके इलावा यह भी बताया गया है कि कुछ स्थानों पर गरज के साथ ओले भी गिर सकते है। मौसम विभाग की इस भविष्य वाणी को लेकर भूमि पुत्र का चिंतित होना स्वभाविक है। चूंकि अब अगर बरसात होती है या फिर ओलावर्ष्टि होती है तो पक्की हुई गेहूं की फसल धरती पर बिछ सकती है जिसके चलते उत्पादन पर प्रतिकूल असर पड़ेगा। 

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Content Writer

Manisha rana