18 घंटे शव रख नहीं किया पोस्टमार्टम, अस्पताल के खिलाफ फूटा किसानों का गुस्सा

9/5/2019 2:04:59 PM

 

सोहना(सतीश): अक्सर अस्पतालों में हो रही लापरवाही के किस्से हमें सुनने को मिलते रहते है वहीं सोहना के नागरिक अस्पताल का एक नया कारनामा सामने आया है। दरअसल पुलिस द्वारा अस्पताल में एक किसान की डैड बॉडी को रखा गया था जिसकी मौत दवाई चढ़ने से हुई थी। शव अस्पताल में 18 घंटे रहा पर डॉक्टरो ने उसका पोस्टमार्टम नहीं किया और कुछ समय बाद शव को पोस्टमार्टम किए बिना गुरुग्राम के नागरिक अस्पताल में रैफर कर दिया जिससे गुस्साए किसानों के शव रखकर धरना लगा दिया।

शव को इतना समय रखने के बाद डॉक्टरो ने गुरुग्राम के नागरिक अस्पताल में रैफर कर दिया जिससे गुस्साए किसानों ने स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ अपना रोष जताया। वहीं जब किसानों ने शव को अस्पताल प्रबंधक के कार्यालय के सामने रख कर धरना प्रदर्शन करने की तैयारी की तो अस्पताल में हड़कंप मच गया जिसके बाद किसान के शव का पोस्टमार्टम सोहना के नागरिक हसपताल में ही किया गया। मामला कल शाम उस समय का है जब एक लोह सिंघानी निवासी 40 वर्षिय किसान  अपने खेत मे कीटनाशक दवाई का छिड़काव कर रहा था  जिसके बाद किसान की तबियत दवाई छिड़काव करने से खराब हो गई।

किसान की कुछ समय में मौत हो गई जिसके शव को पोस्टमार्टम के लिए पुलिस द्वारा सोहना के नागरिक हस्पताल के शव ग्रह में रखा गया लेकिन नागरिक हसपताल के डॉक्टरों ने करीब 18 घंटे तक शव को डैड हाउस में रखने के बाद भी उसका पोस्टमार्टम नही किया व शव को पोस्टमार्टम के लिए गुरुग्राम रैफर कर दिया। इस मामले में सोहना सदर थाने के अंतर्गत आने वाली निमोठ पुलिस चौकी में मृतक किसान सुखदर्शन के चाचा के बयान पर 174 की कार्यवाही कर शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों के हवाले कर मामले की आगामी जांच सुरु कर दी है।

 

Isha