धान की पराली जलाने को लेकर किसानों का धरना तीसरे दिन भी जारी

10/11/2018 2:34:03 PM

फतेहाबाद(रमेश भट्ट): फतेहाबाद में पराली जलाने की समस्या के समाधान की मांग को लेकर किसान लघु सचिवालय पर तीसरे दिन भी धरना लगाए बैठे हैं। किसानों ने धरना-प्रदर्शन करते हुए कहा कि सरकार किसानों को कानून का डर दिखाने की बजाय  पराली की समस्या का समाधान करे। इस दौरान किसान सभा समिति के बैनर तले एकजुट हुए विभिन्न किसान संगठनों के नेताओं ने भाग लिया। 

किसान-मजदूर एकता मंच के जिला प्रधान कृष्ण स्वरूप गोरखपुरिया ने कहा कि पराली समस्या के समाधान को लेकर सरकार ने पिछले वर्ष कहा था कि 1 साल में किसानों की इस समस्या का स्थाई समाधान किया जाएगा। लेकिन इस समस्या पर कोई ध्यान नहीं दिया गया और अब फिर से पराली खेतों में पड़ी है। जिसकी वजह से   किसान रबी फसल की बिजाई नहीं कर पा रहा है। उन्होंने कहा कि किसान पहले ही कर्जे में डूबा है और ऊपर से उसे कानूनी डर दिखाकर सरकार नुकसान पहुंचाने में लगी है। 

खेतों में पराली के समाधान के लिए किसान स्वयं आर्थिक तौर पर सक्षम नहीं है और सरकार कोई ध्यान नहीं दे रही है। पराली समाधान की जिम्मेदारी सरकार की है और किसानों को बेवजह परेशान ना किया जाए। सरकार अगर पराली का समाधान नहीं करती है और गांवों में किसान सरकार को घेरेंगे और सरकार का विरोध करेंगे। कृषि विभाग के उप-निदेशक बलवंत सहारण बताया कि एनजीटी के आदेशों की पालना करवाना प्रशासन का काम है और किसानों को कानून हाथ में नहीं लेने दिया जाएगा। 

इसके लिए किसानों पर नजर रखने के लिए सेटेलाइट हरसैक की मदद से नजर रखी जा रही है। ताकि कोई किसान धान की पराली अवशेष को आग न लगा पाए। हालांकि प्रशासन की तरफ से किसानों की समस्या के समाधान को लेकर भी प्रयास किए जा रहे हैं और हर संभव मदद के लिए प्रशासन किसानों के साथ खड़ा है।  
 

Rakhi Yadav