ऊपर कुर्ता-नीचे सलवार पहनाकर किसानों ने फूंका दुष्यंत चौटाला का पुतला, पुलिस से हुई झड़प

5/8/2021 1:36:15 PM

जींद (अनिल कुमार): जींद में उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के आगमन की आहट पाकर किसानों ने शुक्रवार को करीब चार घंटे बवाल काटा। खटकड़ टोल से जींद शहर के बीच करीब एक दर्जन स्थानों पर पुलिस की रोकने की कोशिश भी फेल रही। पुलिस ने किसानों के वाहनों की हवा भी निकाली और हाथापाई भी हुई। प्रशासन ने चौटाला के न आने का ऐलान किया, तभी किसान शांत हुए। इस बीच उग्र किसानों ने दुष्यंत चौटाला का पुतला भी फूंका।

दरअसल, शुक्रवार दोपहर करीब साढ़े बजे 12 बजे जिले के खटकड़ टोल पर धरनारत किसानों के बीच सूचना पहुंची कि उपमुख्यमंत्री हिसार में पहुंचे है और उन्हें इसके बाद जींद शहर में पहुंचना है। यह जानकारी आसपास के गांवों में फैल गई। विरोध करने के लिए किसान खटकड़ टोल और शुगर मिल के पास एकत्रित होने शुरू हो गए। दुष्यंत चौटाला का विरोध करने के उद्देश्य से सैकड़ों किसान जींद पहुंचने के लिए अपने ट्रैक्टरों व ट्रालियों व अन्य वाहनों से निकल पड़े। 



इस बीच जिला पुलिस भी किसानों को किसी तरह रोकने के लिए सक्रिय हो गई। सबसे पहले पुलिस ने जींद-पटियाला मार्ग पर बैरिकेड लगा दिए और ट्रक आदि खड़ा कर आवाजाही अवरुद्ध कर दी। यहां पुलिस के साथ किसानों की हाथापाई हुई। किसान बैरिकेड तोड़ते हुए आगे बढ़ गए। इसके बाद कुछ ही फुरि पर पुलिस ने फिर रोकने की कोशिश की, मगर किसान नहीं रुके। चप्पे-चप्पे पर पुलिस खड़ी होने की सूचना पाकर किसानों ने मुख्य मार्ग छोड़कर अपना रूट भी बदला। 

वे कैरखेड़ी-अहिरका गांव होते हुए हाईवे पर चढ़े ही थे कि पुलिस ने एक ट्रक रास्ते को बंद कर दिया। यहां से भी किसान निकलने में कामयाब हो गए। हाईवे से होते हुए हैबतपुर की तरफ चले। जगह-जगह पुलिस ने किसानों को रोकने की कोशिश की, मगर असफलता हाथ लगी। पुलिस व किसानों के बीच हालात यह न रहे थे कि तूं डाल-डाल और मैं पातपात। किसी तरह किसान हैबतपुर गांव के रास्ते से शहर में प्रवेश कर ही रहे थे कि महिला थाना व एकलव्य स्टेडियम की तरफ मुड़कर एकलव्य स्टेडियम के समीप पुलिस ने अपनी गाड़ियां आगे खड़ी कर दी। उन को भी किसी तरह पार करते हुए किसान सेक्टर 11, अर्बन एस्टेट, डिफेंस कॉलोनी गोल स्कूल होते हुए गोहाना रोड पर एसपी कोठी के पास पहुंच गए। 



यहां भी किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने पूरी तैयारी की थी। पुलिस ने यहां कई वाहन खडे़ कर दिए। किसानों की पुलिस के साथ हाथापाई हुई। पुलिस बल में शामिल आईटीबीपी के जवानों ने किसानों के वाहनों की हवा निकाल दी। किसानों ने 15 किलोमीटर के रास्ते का लगभग यह अंतिम अवरोधक भी तोड़ दिया। उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला को रेस्ट हाउस पहुंचना था, इसलिए किसान रैस्ट हाउस के आगे गोहाना रोड पर ही धरने पर बैठकर विरोध स्वरूप नारेबाजी करने लगे। 

पुलिस ने भी रेस्ट हाउस को सुरक्षा के दृष्टिगत घेर लिया। यहां एक तरफ किसान डट गए तो दूसरी और भारी संख्या में पुलिस बल। प्रशासनिक अधिकारियों ने कई बार किसानों को समझाने की कोशिश की, मगर किसान नहीं माने। इस बीच बदोवाला टोल प्लाजा से भी काफी किसान मौके पर पहुंच गए। प्रदर्शनकारी किसानों की संख्या दोगुनी हो गई। इनमें बड़ी संख्या महिलाओं की थी। 



किसानों ने डिप्टी सीएम का पुतला भी फूंक कर विरोध जताया। महिलाओं ने चौटाला के पुतले को ऊपर कुर्ता पहनाया और नीचे सलवार। उसके बाद महिलाओं ने ही पुतले को आग लगाई। किसानों ने भी ऐलान कर दिया कि जब तक डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला का कार्यक्रम रद्द नहीं होता वे डटे रहेंगे। करीब 4 घंटे चले इस विरोध प्रदर्शन को किसानों ने उस समय समाप्त कर दिया जब जींद के एसडीएम दलबीर सिंह ने कहा कि उपमुख्यमंत्री का जींद दौरा रद्द हो गया है और फिर किसान अपने-अपने घर चले गए।

प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व कर रहे किसान नेताओं आजाद पालवा व विरेंद्र सिंधु ने कहा कि उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के बारे में प्रशासन हमें गुमराह कर रहा है। वे विरोध करने के लिए आ रहे थे कि पुलिस ने उन पर लाठियां बरसाई। किसान नेताओं ने ऐलान किया हुआ है कि जेजेपी-बीजेपी का कोई भी नेता अगर कहीं भी आएगा तो वे उनका विरोध करेंगे। उन्होंने कहा कि दुष्यंत चौटाला ने इंसान का चोला त्याग दिया और भोले-भाले किसानों से वोट लेकर बीजेपी की गोद में जा बैठा।

Content Writer

vinod kumar